अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट।
- राहत के नाम पर सिर्फ एक बार दो किलो चिउरा और 250 ग्राम मीठा और एक मोमबत्ती।
- 150 घर बाढ़ पीड़ितो में मात्र 05 प्लास्टिक और 70 फूड पैकेट।
- बाँध के पुरब घटा पानी लेकिन पश्चिम के दर्जनों गाँवो में घुसा पानी,बाढ़ समस्या बरकार।
गंडक नदी में आये उफान से तरैया के बाँध के पुरब के एक दर्जन गाँव बाढ़ की चपेट में है। जहाँ पानी कम होने से प्रखण्ड में बाढ़ का कुछ खतरा टाला था। कि अब गोपालगंज के टूटे तटबंध से आने वाला बाढ़ का पानी पानापुर होते हुए प्रखण्ड के बाँध के पच्छिम वाले दर्जनों गाँवो में प्रवेश कर गया है। जिससे सैकड़ो घरो में पानी घुस गया है और लोगो का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। लौवा, पोखरेरा, पिपरा, चकिया, सिरमी, चैनपुर ,खराटी, अंधरबाड़ी, डुमरी, हरदासचक, उसरी,चांदपुरा आदि गाँवो में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। लौवा और पोखरेरा के सैकड़ो घरों में पानी घुस गया है। लोग अफरा-तफरी में ऊँचे स्थानों पर भागते नजर आये। पोखरेरा के मुद्रिका महतो, मालिक महतो, भोला महतो, बटुली महतो, भकरु महतो, प्यारचंद महतो आदि के घरों में पानी घुस गया है। प्रखण्ड के अत्यधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र चंचलिया,बनिया हसनपुर, भलुआ, फरीदनपुर ,जिमदहा, माधोपुर और अरदेवा में गंडक का जल स्तर घटने से बाढ़ का पानी कम हो गया है।लेकिन सड़क गढ़े में तब्दील हो गया है। सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने बाढ़ पीड़ितों से मिलकर सड़क और बिजली व्यवस्था मरम्मत कराने की घोषणा किया है। प्रखण्ड के अरदेवा, जिमदहा,शामपुर एवम सगुनी गाँव के बाढ़ पीड़ितों के पशुओ के बीच चारा का संकट उत्पन्न हो गया है।मवेशी बाँध पर शरण लिए हुए है। चार दिनों से बाढ़ से घिरे बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत के नाम पर सिर्फ एक बार दो किलो चिउरा और 250 ग्राम मीठा और एक मोमबत्ती दिया गया है। ये कहना है हरपुर फरीदन के सिनोधन सहनी, पुनीत सहनी, जोगिन्द्र सहनी और हरेराम सहनी का यही हाल चंचलिया के बाढ़ पीड़ितों का भी है। चंचलिया के नंदकिशोर साह और सुदामा महतो का कहना है कि हमारे गाँव मे 150 घर बाढ़ पीड़ित है। जिन्हें मात्र 05 प्लास्टिक और 70 फूड पैकेट मिला है। नाम के लिए शिविर लगा है। एक दिन भोजन बना था। उसके बाद भोजन नही बना है। हमलोग जैसे-तैसे भगवान भरोसे जी रहे है। बाढ़ का कहर झेल रहे प्रखण्ड का बनिया हसनपुर एक ऐसा गाँव है जहाँ आजादी के बाद अबतक कोई सांसद नही गया है। बाढ़ पीड़ितों से मिलने जब पहलीबार महराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल वहा पहुँचे तो ग्रामीणों के बाढ़ का दर्द मानो कुछ देर के लिए थम सा गया। उन्होंने अपने गाँव मे पहली बार किसी सांसद को देखा तो उनके खुसी का ठिकाना न था। सांसद ने हरसम्भव मदद का भरोसा दिया है। सांसद पचरौर सहित दर्जनो बाद प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण किया और लोगो को सांत्वना दिया।वे राजधानी के बाढ़ में डूबकर हुए मौत विवेक कुमार के पिता प्रमोद महतो से भी मिले।उनके साथ एसडीओ संजय कुमार राय,संजय सिंह,मुखिया सुशील सिंह,संध्या सिंह,शिलानाथ सिंह आदि थे।
सीओ वीरेंद्र मोहन का कहना है कि शनिवार को माधोपुर पंचायत में 300 और पचरौर-भटगाई में 100 फूड पैकेट वितरित किया गया।वही विगत तीन दिनों में चंचलिया और माधोपुर पंचायत में 1600 फूड पैकेट वितरित किये गए है। कुल अबतक 2000 फूड पैकेट बाढ़ पीड़ितों के बीच वितरित किये जा चुके है। पानापुर में बढ़ते बाढ़ की रफ्तार को लेकर पानापुर और तरैया बाढ़ पीड़ितों के लिए तरैया प्रखण्ड कार्यालय को नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। जिसमे सारण डीडीसी की अध्यक्षत में सभी पदाधिकारियो की बैठक की गई और आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। जिसमें तरैया बीडीओ राकेश कुमार सिंह,पानापुर बीडीओ शशिभूषण साहू,पानापुर सीओ, अमनौर सीओ आदि थे।