रक्सौल से आराधना कुमारी की रिपोर्ट
रक्सौल:-डंकन रोड़ के सड़क के किनारे एक नवजात शिशु के मिलने से शहर में हड़कंप मच गया है। मौके पर मौजूद लोग उम्मीद लगा रहे हैं कि लोकलाज के भयवश ही जन्मे बच्चे को एक गन्धे नाले के पास कपड़ा में लपट कर फेंक दिया गया। जिसे डंकन रोड़ स्थित मिश्रा टोला निवासी प्रमोद गुप्ता रोज़ की तरह सुबह टहलने के क्रम में उनका नजर उस नवजात शिशु पर पड़ा जो रो रही थी।उसके बाद उस बच्ची को लेकर अपने घर आगए। उस बच्ची को देखने के लिए महिलाओं व पुरुषों का तांता लग गया। प्रमोद गुप्ता ने इस बच्चे को पालने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि मेरे घर लक्ष्मी जी का आगमन हुआ है और मैं इससे बेहद खुश हूं । वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि घटना के बेहद शर्मसार करने वाली है फिलहाल बच्चा अब सुरक्षित है और एक गरीब परिवार इस बच्चे के पालन-पोषण के लिए स्वेच्छा से तैयार हो गया है।
अब सवाल यह उठता है कि कैसे कोई इस तरह अपने ममता का गला घोटकर इस नवजात शिशु को रोड के किनारे फेंक कर भाग सकता है। एक तरफ हमारे देश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कानारा लग रहा है और दूसरी ओर इस तरह की घटना सामने आ रही है।