रक्तदान, मतलब जीवनदान. जो आप दूसरों को देने के लिए अपना ब्लड देते है पर क्या आप जानते है कि जिस प्रकार से आप दूसरों को नया जीवन देने के लिए अपना खून देते है उससे आपकों भी एक नया जीवन प्राप्त होता है। आमतौर पर लोगों की एक गलत धारणा सी बन गई है कि रक्त का दान करने से शरीर में ब्लड की कमी हो जाती है जिससे शरीर में कमजोरी आ जाती है पर ऐसा नहीं है कमजोरी आती है पर क्षणिक भर के लिए और कुछ ही घंटों में दूर भी हो जाती है।
ब्लड डोनेट करना एक समाज सेवा है जिससे आपके अपने भी बल्कि कुछ व्यक्तिगत फायदे होते है। जिसके बारें में आप अनजान है तो जाने रक्त का दान करने से होने वाले तीन फायदों के बारे में..
1 हार्ट अटैक के खतरे कम हो जाते है
यदि आप नियमित रूप से रक्त का दान करते है तो शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित बनी रहती है। जिस प्रकार से शरीर में बॉडी में आयरन के स्तर के कम होना शरीर के लिए नुकसान दायक होता है। उसी प्रकार इसकी अधिकता भी हमारे लिए खतरनाक होती है। इसलिए नियमित रक्त दान से दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरे भी कम हो जाता है। जिससे असमय होने वाले हार्ट…,
रक्त का दान करने से धमनियों को नुकसान कम पहुंचता है जिससे खून के अवरुद्ध होने का खतरा भी काफी कम हो जाता है। रक्त दान करने वाले लोगों में हार्ट अटैक का खतरा 80 % तक कम हो सकता है। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार रक्त डोनेट करने वाले लोगों में स्ट्रोक, अटैक और कैंसर का खतरा काफी कम होता है और ऐसे लोग जल्दी-जल्दी बीमार भी नहीं होते हैं।
आयरन की ज़्यादा मात्रा लाल रक्त कोशिकाओं में पायी जाती है और जब रक्त दान किया जाता है तो आयरन कुछ मात्रा में कम हो जाता है लेकिन आयरन की ये मात्रा खाद्य पदार्थों से वापिस मिल जाती है। आयरन के लेवल में होने वाले ऐसे बदलावों को चिकित्सा विशेषज्ञ सेहत के लिए अच्छा मानते हैं क्योंकि आयरन की इस मात्रा के ज़्यादा हो जाने पर धमनियों को नुकसान पहुँच सकता है।
रक्त दान करने से पहले हर व्यक्ति के शरीर के तापमान, रक्तचाप, हार्टबीट के लेवल को जांचा जाता है जिससे ये जानकारी मिलती है कि शरीर को किसी प्रकार की समस्या या रोग का खतरा तो नहीं है और इस तरह रक्त दान करने से मेडिकल चेकअप की सुविधा भी मिल जाती है।