पटना, 26 फरवरी 2019 :- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मोकामा में विभिन्न विकासात्मक कार्यों के लिए 41.82 करोड़ रूपये की लागत से 55 योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन रिमोट के माध्यम से किया। इस अवसर पर इंदिरा टोला वार्ड नंबर 4 में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत दिनों के बाद अपने क्षेत्र के पुराने लोगों के बीच उपस्थित होकर खुशी हो रही है। पिछले 13 वर्षों से व्यस्तता के कारण समय नहीं निकाल पा रहा था लेकिन आज मैं इस धरती को प्रणाम करने और अभिनंदन करने आया हूँ। मैं जीवन भर यहां के लोगों को नहीं भूल सकता हूँ, जिन्होंने अपना जनप्रतिनिधि बनाकर मुझे भेजा और अटल जी की सरकार में हमने मंत्री बनकर कई काम किये। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम विधायक थे, तभी हमने टाल संघर्ष समिति बनाई। टाल के लिए अभियान चलाया, प्रारुप बनाया। टाल का मतलब ताल यानि तालाब जो 1 लाख 6 हजार हेक्टेयर में फैला हुआ है। केंद्रीय योजना के माध्यम से मोकामा टाल में कई काम शुरु किये गये। अभी हमलोगों ने टाल क्षेत्र की योजना के लिए 1892.52 करोड़ रूपये की लागत से एक प्रारुप तैयार किया है, जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। अगर केंद्र सरकार इतनी राशि स्वीकृत नहीं करती है तो हमलोग राज्य के खजाने से इसे पूरा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टाल क्षेत्र में मुख्यतः तीन माध्यम से पानी आता है, एक दक्षिण की नदियों से, जो पानी बाद में गंगा नदी में जाता है, दूसरा गंगा नदी के बैक वाटर से और तीसरा वर्षा के पानी से। जनप्रतिनिधित्व के शुरुआती दौर से ही मैं इस क्षेत्र से जुड़ा रहा हूँ, यहां के लोगों ने ऊँचे स्थल को विकसित कर गांवों को बसाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 188.50 करोड़ रूपये की लागत से बाढ़ एवं नियंत्रण जल निस्सरण योजना के अंतर्गत एंटी फ्लड स्वीस का निमा र्ण किया जा रहा है। 260 किलोमीटर लंबी 61 पइन के तल की सफाई का काम पूर्ण कर लिया गया है। 73 जमींदारी बांध, 52 अदद तालाब बनाए गए हैं। 20 हजार ट्यूबवेल स्थापित किये गये हैं। 171 अदद बियर चेकडैम का निमा र्ण, सरकारी एवं निजी तालाबों की उड़ाही का काम भी शुरु हो गया है एवं सड़कों का निर्माण भी कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में प्रत्येक क्षेत्र में काम किये जा रहे हैं। सात निश्चय योजना के अंतर्गत गांव एवं टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ा जा रहा है। हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। हर घर नल का जल पहुंचाया जा रहा है। हर घर शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। सरकारी सेवाओं में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। बिहार पहला राज्य है, जहां महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकाय संस्थाओं में 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया है। 8 लाख जीविका समूह का गठन कर 96 लाख परिवारों को इससे जोड़ा गया है। छात्र-छात्रायें उच्च शिक्षा हासिल कर सकें, इसके लिये राज्य शिक्षा वित्त निगम के माध्यम से लड़कों को 4 प्रतिशत एवं लड़कियों, दिव्यांगों एवं ट्रांसजेंडरों को एक प्रतिशत ब्याज दर पर चार लाख रूपये तक का शिक्षा ऋण दिया जा रहा है। पहले जहां लड़कियों की संख्या नौवीं कक्षा में 1 लाख 70 हजार थी, साइकिल योजना के लागू होने के बाद उनकी संख्या बढ़कर 9 लाख के बराबर हो गई है, जो लड़कों की संख्या के बराबर है। कौशल सिखाया जा रहा है। घर में बेटी पैदा होने पर खुशी हो, इसके लिए कन्या उत्थान योजना के माध्यम से जन्म लेने पर 2000 रुपये, एक साल के अंदर आधार से जोड़ने पर 1000 रुपये, दो वर्ष के अंदर एवं संपूर्ण टीकाकरण करवाने पर 2000 रुपये माता-पिता के खाते में उपलब्ध कराये जा रहे हैं। लड़कियों के लिए पोशाक योजना की राशि भी बढ़ा दी गई है। यह अब पहली एवं दूसरी क्लास की छात्राओं को 600 रुपये, तीसरी से पांचवी के लिए 700 रूपये, छठी से आठवीं के लिए 1000 रूपये एवं 9वीं से 12वीं के लिए 1500 रूपये कर दी गई है। सेनेटरी नैपकिन की राशि को भी 150 रूपये से बढ़ाकर 300 रूपये कर दिया गया है। साइकिल की राशि भी 2500 रूपये से बढ़ाकर 3000 रूपये कर दिया गय है। अविवाहित इंटर पास लड़कियों को 10 हजार रुपये, विवाहित हो या अविवाहित स्नातक पास लड़कियों को 25 हजार रूपये की राशि दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना’ सभी 60 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए लागू की गई है, जिन्हें प ेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है, उन्हें इसका लाभ मिलेगा। इसके लिये 1 मार्च से आवेदन लिये जायेंगे और लाभुकों के खाते में अप्रैल माह से अगस्त माह तक का पैसा अगस्त माह में चला जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने यहां के कॉलेज में स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई की व्यवस्था की मांग की है, उसके लिए भी बात की गई है। यहां परशुराम मंदिर में जो मेला लगता है, उसे अब राजकीय समारोह के रुप में मनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि राजेंद्र सेतु के समानान्तर सेतु बनाया जा रहा है। मोकामा अस्पताल में मोकामा ट्रामा सेंटर भी बनेगा, इसके लिए जो भी जरुरी इक्यूपमेंट की जरुरत होगी, उसे उपलब्ध कराया जाएगा। कल कैबिनेट की बैठक में इस अस्पताल के लिए जरुरी 72 पदों के लिए स्वीकृति दे दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सारे विकास कार्य किए जा रहे हैं। आप सब समाज में शांति एवं प्रेम से रहिये। शांति का माहौल रहने से विकास का लाभ तेजी से मिलेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत पुष्प-गुच्छ, फूलों की बड़ी माला, अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह भेंटकर किया गया। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट योजना, कुशल युवा कार्यक्रम योजना, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र एवं चेक वितरित किये। जीविका समूह को स्वरोजगार के लिए 8.53 करोड़ रूपये की राशि का चेक भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम को जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, सांसद वीणा देवी, विधान पार्षद नीरज कुमार, जदयू नेता नलिनी रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, भाजपा नेता रौशन भारद्वाज एवं जिलाधिकारी कुमार रवि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर एन0डी0ए0 के अन्य नेतागण, जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना की वरीय पुलिस अधीक्षक मति गरिमा मल्लिक, जीविका की दीदियां एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इसके पूर्व मोकामा के वार्ड नंबर-16 स्थित शंकरवार टोला के अशोक सिंह के आवास जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके पिता स्व0 बेंकटेश नारायण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस भी बॅधाया।