प्रधानमंत्री मोदी भले ही ‘मेक इन इंडिया’ के जरिए भारत में रोजगार और निवेश बढ़ाने की बात कर रहे हों पर हालिया रिपोर्ट बताती हैं कि भारतीय कंपनियाँ अमेरिका में रोजगार पैदा करने में लगी हुई हैं। शीर्ष भारतीय कंपनियों ने अमेरिका में जबरदस्त निवेश किया हैं जिससे वहां ढेरों नौकरियाँ पैदा हुई हैं।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और ग्रांट थॉर्नटन (जीटी) की इंडियन रूट्स, अमेरिकन साइल नामक रिपोर्ट में ये सनसनीखेज खुलासा किया है। भारत की 100 बड़ी कंपनियों ने अमेरिका के 35 राज्यों में विभिन्न क्षेत्रों में 15 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है जिससे 91,000 से भी ज्यादा नौकरियां पैदा हुई। रिपोर्ट में बताया गया है कि दक्षिणी प्राँत टेक्सास में भारतीय कंपनियों ने सबसे ज्यादा तीन अरब 84 करोड़ डॉलर का विदेशी निवेश किया। इसके बाद पेंसिल्वेनिया में तीन अरब 56 करोड़ डॉलर, मिनिसोता में एक अरब 80 करोड़ डॉलर, न्यूयार्क में एक अरब 10 करोड़ डॉलर और न्यू जर्सी में एक अरब डॉलर का निवेश भारतीय कंपनियों द्वारा किया गया।
सीनेट इंडिया कॉकस के सह अध्यक्ष सीनेटर मार्क वार्नर ने बताया कि भारत अमेरिका में तेजी से निवेश कर रहा है। भारत अमेरिका में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) करने वाला चौथा सबसे बड़ा देश बन गया हैं। सीनेटर वार्नर ने भारत कि अहमियत को समझाते हुए कहा कि अब समय आ गया हैं कि अमेरिका भारत की निवेश क्षमता को पहचाने। कैपिटल हिल में कल रिपोर्ट जारी करने के समय सीनेटर जान कारनिन और मार्क वार्नर समेत 20 शीर्ष सांसदों ने शिरकत की।
अमेरिका के 50 राज्यों में 35 राज्यों में भारतीय कंपनियों ने प्रमुखता से निवेश किया। इस निवेश से सबसे ज्यादा 9,300 नौकरीयां न्यू जर्सी में बढीं जिसका सीधा फायदा अमेरिका के लोगों को पंहुचा। इसके बाद भारतीय निवेश से कैलिफोर्निया में 8400, टेक्सास में 6200, इलिनोइस में 4,800 और न्यूयार्क में 4,100 नौकरियां पैदा हुई जो रिकार्ड हैं।
मेक इन इंडिया के आड में अमेरिका में रोजगार बढाया
