पटना : विकासशील इंसाफ पार्टी (वीआइपी) के नेता मुकेश सहनी रविवार को महागठबंधन में शामिल हो गये. राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के सरकारी आवास पांच देशरत्न मार्ग में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा सहित महागठबंधन दल के नेताओं की उपस्थिति में इसकी विधिवत घोषणा की गयी. इसके साथ ही महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि बिहार में एनडीए का खाता नहीं खुलेगा. हालांकि, महागठबंधन नेताओं ने स्पष्ट नहीं किया कि महागठबंधन के दलों के बीच सीट शेयरिंग का फाॅर्मूला क्या होगा.
विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार में जनाधार के साथ धोखा हुआ है. एनडीए के तानाशाही रवैये के कारण लोग उसे छोड़ रहे हैं. भाजपा को इसी के कारण 22 सीटों की जगह 17 पर संतोष करना पड़ रहा है, जबकि दो सीट वाली जदयू को 17 सीटें देनी पड़ रही है. यह पूछने पर कि क्या यह ठगे जानेवाले दलों का गठबंधन नहीं है. तेजस्वी ने कहा कि ठगी तो देश की जनता गयी है. विशेष राज्य का पैकेज क्या हुआ?
वहीं, रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान को सीट शेयरिंग की बधाई देते हुए कहा कि अब एनडीए की हार पूरी तरह से पक्की है. इसे देखते हुए मौसम वैज्ञानिक पासवान ने पहले ही राज्यसभा की सीट सुरक्षित करा ली. उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने जब थाली छीन सकते हैं तो सीट छीन लिया तो क्या आश्चर्य है. मुख्यमंत्री ने तो बिहार के बच्चों के हाथों से किताब तक छीन ली है.
इस अवसर पर वीआइपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने मल्लाह समाज को आरक्षण देने का वचन नहीं निभाया. उनकी मांग थी कि बंगाल और दिल्ली की तर्ज पर निषादों को आरक्षण मिलना चाहिए. बिहार में एनडीए दो अंक का आंकड़ा भी पूरा नहीं कर पायेगी. इस मौके पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. रामचंद्र पूर्वे के अलावा अब्दुलबारी सिद्दीकी, आलोक मेहता, रालोसपा सांसद आरके शर्मा, कांग्रेस के नरेंद्र सिंह, हम के संतोष मांझी सहित अन्य लोग मौजूद थे.