अभिषेक कुमार सिंह की रिपोर्ट
महागठबंधन के टूटने के बाद राजद प्रमुख लालू यादव द्वारा पहली बार शक्ति प्रदर्शन के तौर पर पटना के गांधी मैदान में बुलाई गई ‘देश बचाओ भाजपा भगाओ रैली’ में विपक्ष के तमाम दिग्गज जुटे। लालू यादव के आयोजन में जेडीयू से बागी हुए शरद यादव भी पहुंचे और लालू को गले लगाकर अपने इरादे साफ कर दिए।
आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहा कि हम शुरू से जानते थे कि नीतीश कुमार सही आदमी नहीं है, लेकिन देश में ऐसी स्थिति बनी थी जिसके कारण हमने नीतीश कुमार को सीएम बनाया। लालू ने कहा कि नीतीश कुमार को सीएम बनाने में सबसे ज्यादा शरद यादव ने मेहनत की। लालू ने कहा कि बिहार में एनडीए के सभी नेता मेरे प्रॉडक्ट हैं।
लालू ने कहा कि नीतीश कुमार का कोई उसूल नहीं है। न ही नीति है। उन्होंने कहा कि सबसे अधिक सीटें जीतने के बावजूद हमने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया। लालू ने कहा कि गरीबों ने मेरा चेहरा देखकर महागठबंधन को वोट किया।
लालू ने कहा कि मैं सिद्धांत का पक्का हूं। उन्होंने कहा कि सर्जरी के बावजूद मैंने बिहार चुनाव के दौरान 10 दौरे एक दिन में किए। लालू ने कहा कि नीतीश कुमार को तेजस्वी से जलन थी, इसलिए महागठबंधन तोड़ दिया। लालू ने कहा कि आज शरद यादव को नीतीश की पार्टी गाली दे रही है।
उन्होंने कहा कि संघ मुक्त भारत बनाने की जगह नीतीश कुमार संघ की गोद में गिर गए। लालू ने कहा कि मैंने नीतीश कुमार जैसा दल बदलने वाला नेता नहीं देखा।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लालू यादव हमेशा गरीबों के लिए संघर्ष करते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में देश में बेरोजगारी बढ़ी है। अच्छे दिन के नाम पर तीन साल बीत गए। ममता ने कहा कि मोदी सरकार लालू यादव को सीबीआई का डर दिखा रही है। नीतीश का नाम लिए बिना ममता ने कहा कि जो धोखा देता है उसे भगवान धोखा देते हैं।
जेडीयू के सांसद शरद यादव ने रैली को संग्रामी सभा करार देते हुए कहा कि नीतीश कुमार पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि बाढ़ में पीएम मोदी ने 500 करोड़ रुपये दिए जबकि मनमोहन सिंह की नेतृत्व वाली सरकार ने 1100 करोड़ रुपये दिए थे। रैली में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बहुत लोगों ने आने से मना किया लेकिन मैं नहीं आया।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की लककार को बिहार में महागठबंधन ने रोका था। महागठबंधन बनाने में तमाम पार्टियों ने मेहनत की। उन्होंने कहा कि महागठबंधन पांच साल के लिए बना था, उसे तोड़ा गया।
उन्होंने कहा कि मैंने कई लोगों को सांसद और विधायक बनाया। शरद ने कहा कि लोकशाही में संविधान की धज्जियां उड़ जाएंगी अगर वचन की कीमत नहीं होगी। लोकतंत्र में जनता मालिक होती है। इसलिए कोई गुमान न करें।
उन्होंने कहा कि शरद यादव यहां से ऐलान करता है कि हिंदुस्तान में गठबंधन बनेगा। जो लोग सोचते थे कि उनके विजय रथ को कोई रोक नहीं सकता, बिहार की जनता ने उस रथ को खींचकर रोका।
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने फोन के जरिए रैली को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज जो लोग सत्ता में बैठे हैं उनका एक ही मकसद है। देश का विभाजन करना। देश में ऐसी सरकार चल रही है जिसे देश की नहीं अपनी पार्टी की चिंता है। उन्होंने कहा कि हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा करने वाली सरकार ने अभीतक कितने लोगों को रोजगार दिए।
सोनिया ने कहा कि बच्चे अस्पताल में जान दे रहे हैं। कमजोर तबके पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। नीतीश के नाम लिए बिना सोनिया ने कहा कि बिहार में जनादेश का अपमान नहीं पूरे देश का अपमान हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बार-बार कहते हैं कि विरोध करने वाले आजकल बढ़ गए हैं। सोनिया ने कहा कि जो सच से इंकार करते हैं वो ज्यादातर दिन तक प्रांसगिक नहीं रहते।
सोनिया ने कहा कि भारत की विविधता, एकता और धर्मनिरपेक्षता को बचाए रखना है। आज की रैली ने देश में एक संदेश दिया है।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने भाषण के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। नीतीश कुमार को चाचा कहकर संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसे नीतीश ने ठगा नहीं। वो न आदमी अच्छे हैं न नेता।
बता दें कि इस रैली के लिए लालू यादव काफी दिनों से मेहनत कर रहे थे। रैली के बहाने उनकी मंशा विपक्ष को तो एकजुट करने की थी ही भाजपा के खिलाफ भी अपने बूते बड़ा आंदोलन शुरू करने की थी। इसके अलावा वह इस रैली के बहाने अपने बेटे तेजस्वी यादव को भी अपनी राजनीतिक विरासत सौंपने की तैयारी कर चुके थे। तेजस्वी को लगातार प्रमोट कर रहे लालू यादव के लिए तेजस्वी को आगे बढ़ाने का इससे अच्छा मंच नहीं हो सकता था।
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