मुझ पर पत्थर चलवाने वाले को तेजस्वी यादव ने दिया टिकट, तब किसी को जाति याद नहीं आई : खेसारीलाल
दिल्ली में भाजपा नेता मनोज तिवारी के लिए चुनाव प्रचार में उतरे भोजपुरी सुपरस्टार खेसारीलाल यादव ने लालू यादव परिवार पर हमला बोला। उन्होंने अपने उपर लग रहे जातिवाद के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मेरे दिल में सभी जाति के लोग हैं और वे मेरे लिए भगवान हैं। लेकिन जो हमारी जाति को लेकर गाली दे रहे हैं, वो बताएं कि जब बिहार में मुझ पर एक बाहुबली के परिवार की ओर से पत्थरबाजी हुई थी, तब ये लोग कहां थे। तेजस्वी यादव ने तो मुझ पर पत्थर चलवाने वाले को टिकट दे दिया। जब मैंने तेजस्वी को जन्मदिन पर विश भी किया तो उन्होंने जवाब नहीं दिया। लालू परिवार तो अहंकार में है। अगर जाति वाले लोगों की ही चिंता होती, तो तेजस्वी कुछ बोलते तो सही। मैं बस एक लाइन में कहना चाहता हूं कि देश में जब तक जातिवाद रहेगा, विकास तब तक संभव नहीं। इसलिए नरेंद्र मोदी ने जातिवाद जैसी चीजों पर विकास को तरजीह दी, इसलिए मुझे लगता है कि उनका पीएम बनना देश की जरूरत है। इसलिए मोदी सरकार फिर से चुनें।
मनोज तिवारी मेरे अभिभावक
गौरतलब है कि खेसारीलाल यादव इन दिनों भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से आये कलाकारों मनोज तिवारी, रवि किशन और दिनेशलाल यादव निरहुआ के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं। लेकिन वे लोकसभा चुनाव के दौरान किसी के लिए प्रचार को बिहार नहीं आये। इस पर खेसारीलाल यादव ने कहा कि भाजपा की ओर से चुनाव प्रचार के लिए मुझे कहा गया था। अगर मैं बिहार में चुनाव प्रचार करता तो विपक्षी लोग मुझ पर पत्थर चलवा देते। इसलिए मैं नहीं गया। दिल्ली इसलिए आया हूं कि मनोज तिवारी मेरे अभिभावक हैं। उनका आदेश सर आंखों पर। जब मैं मुंबई गया था, तब उन्होंने मुझे सपोर्ट किया था। दो साल अपने घर में रखा था। इसलिए उनकी बात मैं नहीं टालता हूं। मेरे जीवन में उनका योगदान बेहद है, इसलिए मैं उनका साथ नहीं छोड़ सकता।
विकास अगर चाहिए, तो जातिवाद से बाहर आकर मोदी को चुनें
खेसारीलाल यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी से अच्छा कोई नेतृत्वकर्ता नहीं मिल सकता है और न कभी मिलेगा। खेसारीलाल ने महागठबंधन को चाइलेंज करते हुए कहा कि विपक्ष में कौन ऐसा है, जिसमें देश का नेतृत्व करने की काबिलियत है। अगर लोग उन्हें वोट करेंगे, तो सब आपस में लड़ेंगे। और ये ऐसे लोग हैं, जो उत्तर भारतियों पर हमला करने वाली मंशा का समर्थन करते हैं। इनकी लड़ाई देश और जनता के लिए नहीं, सिर्फ कुर्सी के लिए है। इसलिए इनको वोट देना व्यर्थ है। बांकी जनता सब समझती है।