पटना-मकर संक्रांति पर्व का हिंदू धर्म में खास महत्व है। इस दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करता है। इसी दिन सूर्य कर्क रेखा से मकर रेखा में प्रवेश करता है इसलिए इसे मक संक्रांति कहा जाता है। शास्त्रों में इसे संक्रांति काल कहा जाता है। हिन्दू धर्म की मान्यताओं के अनुसार इस दिन स्नान दान का काफी महत्व है। इस दिन सुर्य के उदय होने के साथ ही शुभ कार्यों को करने की समय शुरूआत हो जाती है लेकिन शास्त्रों के मुताबिक इस दिन कुछ कार्य ऐसे भी हैं जिन्हें भूलकर भी नही करना चाहिए। आइए जानते हैं वे कौन से कार्य हैं जिन्हें मकर संक्रांति में नहीं करना चाहिए।
1. स्नान करने से पहले न छुएं अन्न
मकर संक्रांति के दिन स्नान करने से पहले कुछ भी नहीं खाना चाहिए। कुछ लोगों को सुबह उठने के बाद ही चाय या बिस्किट की आदत होती है। ऐसे लोगों को इस दिन विशेष तौर पर सावधान रहना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
2. लहसुन, प्याज , मांस से रहें दूर
अगर आप लहसुन, प्याज, मांस या अंडा खाते हैं तो आपको मकर संक्रांति के दिन इससे दूर रहना चाहिए।
3. नशा न करें
तामसी भोजन ही नहीं, अगर किसी प्रकार के नशे का सेवन करते हैं तो इससे भी आपको बचना चाहिए। इस दिन तिल, गुड़ का सेवन ही सर्वोत्तम होता है।
4. भिखारी को न लौटाएं खाली हाथ
अगर इस दिन काई याचक, भिखारी या साधु आपके द्वार आता है तो उसे खाली हाथ ने जाने दें। मकर संक्रांति के दिन किए गए दान का फल कई गुना बढ़ जाता है।
5. अपशब्द न बोले
मकर संक्राति के दिन आपको अपशब्दों के प्रयोग से बचना चाहिए। कोशिश करना चाहिए ज्यादा से ज्यादा लोगों से संयम से और मधुर वाणी में बात करें।
6. पेड़ों को न काटें
मकर संक्रांति के दिन किसी पेड़ को नहीं काटना चाहिए। साथ ही पेड़ों की छंटनी करने से भी बचना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।