पटना : मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी, आपदा प्रबंधन विभाग के आलाधिकारियों से मंथन करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा सभी जिलों के इंजीनियरों की टीम बना कर ट्रेनिंग करायी जा रही है | इसके लिए सभी डीएम को को निर्देश भेज दिये गये हैं | संवाददाताओं को आपदा प्रबंधन से संबंधित बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने क्षतिग्रस्त मकानों के लिए जी-1 से जी-5 के पांच ग्रेड जारी किये गये हैं. वैसे मकान, जिनमें भूकंप से दरारें आ गयी हैं या फिर क्षतिग्रस्त हो गयी है, उनकी जांच करायी जायेगी. इसके लिए पटना समेत सभी जिलों में इंजीनियर तैनात किये गये हैं | सभी इंजीनियरों को इसकी ट्रेनिंग भी दी जा रही है | लोग अपने जिलों के डीएम या फिर आपदा प्रबंधन विभाग के कंट्रोल रूम के नंबर पर सूचित कर स्थिति बता सकते हैं और जांच करवा सकते हैं. इंजीनियर उन्हें भूकंप के दृष्टिकोण से मकानों की ग्रेडिंग की समीक्षा करेंगे और क्या करना है, उसका परामर्श भी देंगे. उन्होंने कहा, मुख्य भूकंप के बाद 48 घंटे तक उसके हल्के झटके आने की आशंका रहती है | ऐसे में लोग अब आगे के लिए भी सचेत रहें. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों के प्रभारी मंत्री वहां कैंप कर रहे हैं और प्रभारी सचिव भी जा रह रहे हैं | वैसे जिले, जहां इसका प्रभाव नहीं पड़ा है, वहां भी मंत्री व सचिव को कैंप कराया गया है | ये सभी फरवरी में शीतलहरी, मार्च-अप्रैल में बारिश व ओलावृष्टि के साथ तूफान व भूकंप राहत मुस्तैदी व पारदर्शिता से बांटने की मॉनीटरिंग करेंगे |