नई दिल्ली : भारत-पाकिस्तान के संबंधों में बढ़ती कड़वाहट के बीच सोमवार को भारत ने इस्लामाबाद में अपने उच्चायोग में तैनात राजनयिकों और अधिकारियों से इस अकादमिक सत्र से अपने बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था पाकिस्तान से बाहर करने की सलाह दी है। यह घोषणा सरकार द्वारा अपने राजनयिक मिशन के कर्मचारियों और नीतियों तथा पाकिस्तान की स्थिति की समीक्षा के बाद की गई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि अपने राजनयिक मिशन के कर्मचारियों एवं संबंधित नीतियों, जिनमें संबंधित स्थानों की वर्तमान स्थिति भी शामिल है, की समीक्षा करना सभी देशों के लिए सामान्य परिपाटी है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में जारी हिंसा के बाद भारत को पाकिस्तान में मौजूद अपने नागरिकों की चिंता है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस अकादमिक सत्र से इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था अगले नोटिस तक पाकिस्तान से बाहर करने की सलाह दी गई है। इस्लामाबाद में भारतीय मिशन में तैनात भारतीय अधिकारियों के स्कूल जाने वाले करीब 50 बच्चे हैं।
कश्मीर में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद कश्मीर पर पाकिस्तान की बयानबाजी से भारत-पाकिस्तान के रिश्ते तल्ख होते जा रहे हैं। भारत के विदेश मंत्री और गृह मंत्री ने पाकिस्तान को साफ तौर पर कह दिया है कि वह भारत के आंतरिक मामलों पर हस्तक्षेप न करे।