रिपोर्ट: पीयूष प्रताप सिंह
भागलपुर: बिहार पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स ने भागलपुर के दियारा इलाके में बड़ी कार्रवाई की है. तीन अपराधियों को गिरफ्तार करने में एसटीएफ़ को सफलता हाथ लगी है. 8 हथियार भी बरामद किए गए हैं. एसटीएफ का कांबिंग ऑपरेशन अभी भी जारी है. आईजी कुन्दन कृष्णन खुद कार्रवाई की मॉनिटरिंग कर रहे थे.
रानी दियारा क्षेत्र में हुई कार्रवाई
बिहार पुलिस के आईजी अभियान कुंदन कृष्णन को सूचना मिली थी कि भागलपुर के रानी दियारा, बुद्धदेव चक सहित दूसरे दियारा क्षेत्रों में अपराधियों का आतंक है. आईजी कुंदन कृष्णन को यह भी सूचना मिली थी कि भागलपुर के कुख्यात अपराधी सरगना दिनेश यादव द्वारा हथियारों के बल पर जबरन जमीन कब्जा कर खेती की जा रही है और आम लोगों को डराया जा रहा है. सूत्रों की मानें तो स्थानीय लोगों ने आईजी को यह भी सूचना दी थी कि इन अपराधियों की बदौलत आम लोगों का जीना मुहाल हो चुका है. आईजी अभियान के निर्देश पर एसटीएफ़ एसपी रंजीत मिश्रा ने तत्काल एक टीम का गठन कर दिया. एसटीएफ़ एसपी रंजीत मिश्रा ने कार्रवाई के लिए पटना से स्पेशल टीम को भागलपुर दियारा के लिए रवाना कर दिया. एसटीएफ़ एसओजी वन की टीम ने दिनेश यादव की तलाश में उसके ठिकानों पर छापामारी की. दिनेश यादव हालांकि उस वक्त अपने ठिकाने पर मौजूद नहीं था और कहीं बाहर गया हुआ था. एसटीएफ द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान दिनेश यादव के साथी गिरफ्तार किए गए.
इन बदमाशों की हुई गिरफ्तारी और ये हथियार बरामद
एसटीएफ़ के ऑपरेशन में दिनेश यादव के सहयोगी और कुख्यात अपराधी अखिलेश यादव, पप्पू मंडल और जुल्मी मंडल को गिरफ्तार किया गया है. तीनों अपराधी हथियारों के बल पर दियारा में अपना वर्चस्व कायम करते थे और जमीन कब्जा करने के अलावा किसानों तथा मल्लाहों से रंगदारी वसूली करते थे. इन हथियारों के पास से एक थ्री फिफ़्टीन राइफल, एक डीबीबीएल रेगुलर गन, एक एसबीबीएल रेगुलर गन, चार मास्केट राइफल, एक देशी कट्टा, 54 राउंड गोलियां बरामद की गई हैं. बरामद किए गए कारतूसों में थ्री फिफ़्टीन की 25 गोलियां और .12 की 29 गोलियां शामिल हैं.
कड़ाके की ठंड में 15 किलोमीटर पैदल चली टीम
आईजी अभियान कुंदन कृष्णन द्वारा भेजी गई टीम को काफी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा. एसटीएफ़ के अधिकारी और कमांडो 15 किलोमीटर तक पैदल चले. दियारा के गांव की घेराबंदी की गई. कड़ाके की ठंड में गंगा किनारे चलने में एसटीएफ़ के कमांडो को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था लेकिन बेहद चुनौतीपूर्ण मिशन पर निकले जांबाज कमांडो ने अपने मिशन को बखूबी से अंजाम दिया. दियारा में मुठभेड़ होने की भी प्रबल संभावना थी और पूरी तैयारी से गई टीम ने बेहद सतर्कता से इस मिशन को अंजाम दिया.