बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें दूसरे कार्यकाल में मंत्री नहीं बनाया जाए। जेटली ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए लिखा कि पिछले 18 महीने से उनकी तबीयत खराब है। ऐसे में वह जिम्मेदारी को नहीं निभा पाएंगे। इसलिए उन्हें मंत्री बनाने पर कोई विचार ना करें।
बीमारी से जूझ रहे वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पीएम नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। ट्विटर पर चिट्ठी को शेयर करते हुए जेटली ने लिखा, ‘पिछले 18 महीने से मैं बीमार हूं. मेरी तबीयत खराब है, इसलिए मुझे मंत्री न बनाने पर विचार करें.’। मैं यह खत विनती करते हुए लिख रहा हूं कि मैं अपने स्वास्थ्य और अपने लिए वक्त चाहता हूं। इसलिए मैं किसी भी तरह की जिम्मेदारी वर्तमान और नई सरकार में नहीं संभाल सकता हूं।”
बता दें, कल यानी 30 मई को पीएम मोदी और उनका मंत्रिमंडल शपथ लेगा।
जेटली ने लिखा, ‘आपकी (पीएम मोदी) अगुवाई में 5 साल काम करने का अनुभव बहुत ही अच्छा रहा। इससे पहले भी एनडीए सरकार में मुझे जिम्मेदारियां दी गईं। सरकार के अलावा संगठन और विपक्ष के नेता के रूप में मुझे अहम जिम्मेदारियों से नवाजा गया. अब मुझे कुछ नहीं चाहिए।’
खराब सेहत का हवाला देते हुए जेटली ने लिखा, ‘पिछले 18 महीनों से मैं गंभीर बीमारी से पीड़ित हूं. चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद जब आप केदारनाथ जा रहे थे, तब मैंने आपको औपचारिक तौर पर कहा था कि स्वास्थ्य कारणों से मैं भविष्य में कोई भी जिम्मेदारी उठाने में असमर्थ रहूंगा। मुझे अपने इलाज और स्वास्थ्य पर ध्यान देना है।
सॉफ्ट टिशू कैंसर से पीड़ित हैं जेटली
पिछले साल मई में अरुण जेटली का किडनी प्रत्यारोपण हुआ था। इसके बाद जेटली के बायें पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया है, जिसकी सर्जरी के लिए वह इसी साल जनवरी में अमेरिका भी गए थे। फिलहाल वह कीमो के दौर से बाहर आने की कोशिश कर रहे हैं। इसके कारण जेटली बेहद कमजोर हो गए हैं। पिछले हफ्ते उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था जहां उनका इलाज हुआ था।