मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर बालिका गृह के बाद पुलिस ने ब्रजेश ठाकुर के एक अन्य आश्रय गृह, स्वाधार गृह का ताला खोला और पूरे मकान की जांच की। जांच में पुलिस और एफएसएल टीम को मकान के छत से इस्तेमाल किये गये कंडोम और अन्य आपत्तिजनक सामान मिले हैं। जानकारी के मुताबिक एफएसएल की छह सदस्यीय टीम ने चार कमरों के ताले को तोड़ा तो ये सारी चीजें बरामद हुईं हैं। मौके पर एफएसएल टीम के साथ महिला थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी और इस केस की आईओ कलावती कुमारी भी मौजूद थीं।
स्वाधार गृह से गायब हैं 11 महिलाएं
बता दें कि बालिका आश्रय गृह की लड़कियों से यौन शोषण का मामला प्रकाश में आने के बाद आनन-फानन में ब्रजेश ठाकुर की स्वयंसेवी संस्था ‘सेवा संकल्प’ द्वारा असहाय महिलाओं के लिए संचालित स्वाधार केंद्र को बंद कर दिया गया था और वहां तैनात सभी कर्मी भाग निकले थे। इसके बाद वहां रहने वाली युवतियां कहां गईं, पता नहीं चला। बाल संरक्षण इकाई को भी स्वाधार के संचालक द्वारा इस बाबत जानकारी नहीं दी गई। समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने सोमवार की रात महिला थाने में 11 महिलाओं के लापता होने को लेकर एफआईआर कराई है। इसमें सेवा संकल्प व विकास समिति के संचालक व अन्य को आरोपित बनाया है।
ब्लैक लिस्टेड है सेवा संकल्प व विकास समिति
बालिका गृह में रहने वाली लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के खुलासे के बाद विभाग ने ब्रजेश ठाकुर की सेवा संकल्प व विकास समिति को ब्लैक लिस्टेड कर दिया था। इसके अलावा इस संस्थान के तहत संचालित होने वाली सभी एनजीओ को भी ब्लैक लिस्टेड किया गया था।
क्या है स्वाधार गृह
सहायक निदेशक ने बताया कि स्वधार गृह में परिवार से अलग हो चुकी महिलाएं रहती थीं। ऐसी महिलाओं को स्वधार गृह में रोजगार का प्रशिक्षण भी दिया जाता था। ब्रजेश ठाकुर के एनजीओ को मुज़फ़्फ़रपुर में कुल पांच शेल्टर होम चलाने की ज़िम्मेदारी दी गई थी जिनमें से एक स्वाधार गृह था। स्वाधार गृह केंद्र सरकार की ओर से चलाई जाने वाली योजना है जिसमें बेघर महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाता है।