(पंकज कुमार श्रीवास्तव) बिहार विधान सभा में भी मोदी लहर कायम रहने की सम्भावना है। कारण बिहार के पूूर्व मुख्यमंञी नीतीश कुमार के महाविलय को उस वक्त करारा झटका लगा जब यू.पी.के पूर्व मुख्यमंञी मुलायम सिंह यादव ने सत्तारुढ़ होने के कारण अपनी पार्टी का नाम व चुनाव चिह्न त्याग करने से इंकार कर दिया। वही दूसरी ओर मुलायम सिंह यादव के इस सुझाव को राजद सुप्रिमों लालू यादव और जदयू के शरद यादव ने अपनी पार्टियों का समाजवादी पार्टी में विलय की माँग को सिरे से खारिज कर दिया। इस घटना-क्रम ने पूराने जनता परिवार को एक मंच पर लाने का नीतीश कुमार की संभावना को बडा झटका लगा है। जो इसके लिए लगातार दिल्ली-पटना दौड़ लगा रहे थे। आज नई दिल्ली में मुलायम सिंह यादव के आवास पर इस सिलसिले में एक मैराथन बैठक हुई। इसमें विलय की तमाम पहलूओं पर व्यापक चर्चा हुई। बैठक के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव तथा जदयू के वरिष्ठ नेता नीतीश कुमार ने बताया कि विलय प्रक्रिया के लिये अधिकृत सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव जनता दल.एस.के प्रमुख एच डी देवेगौडा तथा इंडियन नेशनल लोकदल के नेताओं के साथ जल्द से जल्द बैठक करेंगे। साथ ही अगली औपचारिक बैठक की तिथि मुलायम सिंह यादव ही निर्धारित करेंगे। इस विपरीत परिस्थितियों के बीच भी नीतीश कुमार सपा,राजद व जदयू के विलय को लेकर लगातार प्रयासरत हैं। बताते चले नीतीश कुमार और लालू यादव पिछले चार दिनों से दिल्ली में इस बैठक के लिये मुलायम सिंह यादव का इंतजार कर रहे थें। आज की बैठक में जदयू प्रमुख शरद यादव,सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, राजद सुप्रिमों लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार आदि मौजूद थे।
बिहार विधान सभा में भी मोदी लहर कायम रहने की सम्भावना
