(पंकज कुमार श्रीवास्तव) झारखंड विधानसभा चुनाव की तरह बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा किसी भी नेता को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करेगी। बिहार भाजपा प्रभारी अनंत कुमार ने आज मंगलवार को बताया। फिलहाल पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी। बहरहाल इस संकेत से जहाँ भाजपा में मुख्यमंत्री के नाम पर बहस बंद हो गयी है। वही जदयू और राजद गठबंधन ने बयानबाजी शुरू कर दी है।
लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार की ओर से पिछले कई दिनों से लगातार भाजपा को सीएम कैंडिडेट घोषित करने की चुनौती मिल रही थी। अनंत कुमार ने कहा, ‘बिहार में हमारे पास नेताओं की कमी नहीं है लेकिन हम पीएम मोदी के नाम पर ही चुनाव लड़ेंगे। पार्टी पिछले विधानसभा चुनावों में उनके चेहरे को ही आगे कर चुनाव लड़ती रही है और विजयी होती रही है।’ इसके साथ ही स्पष्ट हो गया है कि बिहार में मोदी बनाम नीतीश की ही लड़ाई होगी। मोदी के प्रधानमंञी बनने के बाद अमुमन जितने राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए हैं, लगभग उन सबमें भाजपा ने मोदी को ही चेहरा बनाया था। पार्टी की यह नीति लगभग हर जगह कामयाब रही है। भाजपा ने बेहद मंथन के बाद ये निर्णय लिया है उनका मानना है कि जिसे सीएम कैंडिडेट घोषित कर दिया गया वो चुनाव से पहले ही सुस्त पड़ जायेगें। बहरहाल भाजपा का ये निर्णय कहाँ तक सफल होता है कारण एक साल पहले की तुलना में मोदी का चेहरा मद्धिम पड़ गया, पर पार्टी का मानना है कि फायदा होगा।