अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट।
छपरा। 30 अक्टूबर 2017
कौशल मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा आयोजित रोजगार मेला में पटना के जाने माने डा प्रभात रंजन डायग्नोसिटक एव रिसर्च सेंटर के स्टाल पर युवाओं की भारी भीड जुटी।डॉ प्रभात रंजन वरिय पैथोलॉजीसट ने बताया कि छपरा के नौजवानों को मेडिकल लैब टेक्नीशियन, ब्लड कलेक्टर ( फ्लेबोटोमिस्ट) और हिस्टो टेक्नीशियन व अन्य जाॅब के लिए चयनित किया गया।इसके अलावा इन कोर्स की शुरुआत इस संस्था मे होने से बिहार के मेडिकल क्षेत्र में एक साकारात्मक दूरगामी प्रभाव पडा है यहाँ उच्च कोटि की तकनीकी दक्षता इन विषयों में प्रदान की जाती है।यहां एक साल में ( हिस्टो टेक्नीशियन और मेडिकल लैब टेक्नीशियन) और चार महीने में ब्लड कलेक्टर ( फ्लेबोटोमिस्ट) के कोर्स द्वारा बिहार के युवाओं को देश विदेश में रोजगार के अवसर प्राप्त हों सकते हैं।
वर्तमान में बिहार के मेडिकल क्षेत्र में प्रशिक्षित कर्मियों की भारी कमी है इसकी भरपाई इन कोर्सो के संचालन द्वारा होगा।इस अवसर पर डा प्रभात रंजन डायग्नोसिटक एवं रिसर्च सेंटर संस्था की प्रिंसपल डॉ रूपम ने बताया कि बिहार में हिस्टो टेक्नीशियन और ब्लड कलेक्टर ( फ्लेबोटोमिस्ट ) का कोर्स नहीं चल रहा था इससे इन क्षेत्रों में युवाओं को नया अवसर मिलेगा और मेडिकल लैब टेक्नीशियन का कोर्स जो पहले दो साल में पूरा होता था अब इस स्किल सेंटर में कौशल विकास मंत्रालय द्वारा अब एक साल में पूरा कराया जाएगा
इन कोर्सो में छपरा के वैसे छात्र जो 10+2 साइंस से किए हो एडमिशन ले सकते हैं दिव्यांग के लिए विशेष छूट की भी व्यवस्था है।इस पूरे कोर्स का निरीक्षण और परीक्षा हेल्थ सेक्टर स्किल कौंसिल भारत सरकार के कौशल विकास मंत्रालय द्वारा किया जाएगा।
यह बिहार में अपने तरह का पहला प्रशिक्षण केंद्र है जहां प्रशिक्षण के बाद पहला मेडिकल जाॅब मेला लगाया जाएगा और रोजगार के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे।डॉ प्रभात रंजन के सटाॅल का निरिक्षण स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूढी,सीवान के सांसद ओमप्रकाश यादव ने किया और डाॅ प्रभात रंजन के कार्यो की प्रशंसा की।छपरा के डी एम हरिहर प्रसाद एस पी हरिकिशोर राय ने युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपा व डॉ प्रभात रंजन के जाॅब मेला में योगदान की प्रशंसा की।
इस अवसर पर संस्था के निदेशिका डा रूपम रंजन, भारत सरकार के हेल्थ सेक्टर के मैनेजर अंशु वर्मा नितिन चौधरी और अन्य गणमान्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।