छेड़खानी मामले में तेजस्वी के बचाव में कल राजद उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी द्वारा दिए बेतुके बयान ने एक तरफ जहा सभ्य समाज को सोंचने पर मजबूर कर दिया है वही राजनीतिक गलियारों की सरगर्मी बढ़ा दी है। उनके क्षेत्र में भी लोग एकतरफ जहाँ अचंभित है वही दूसरी तरफ ये भी सोच रहे हैं कि किसी के बचाव में समाजवादी नेता इस स्तर तक कैसे गिर सकते हैं। इस बयान को लेकर महिलाओं में नाराजगी देखी जा रही है।
राजनीतिक प्रतिद्वंदियों ने उनके इस बयान के सार्वजनिक होते ही हल्ला बोल दिया है। समाजवादी नेता शिवानन्द तिवारी के इस गैरजिम्मेराना बयान को शाहाबाद सहित पूरे बिहार की बेटी बहु और बहनों का अपमान बताते हुआ शिवानन्द तिवारी से पूछा है कि अब वो कौन सा मुँह लेकर शाहाबाद की बेटी बहुओं और बहनों से वोट मांगने जाएंगे जब उनके विचार ऐसे हों।
युवा नेता ने कहा कि राजद नेता के इस बयान से क्षेत्र के उनके समर्थकों को भी ऐसा करने प्रेरणा मिलेगी जो शाहाबाद के हित में नही है। सुरेश मिश्र ने पूछा है कि तिवारी के घर में बहु बेटियां है कि नही? Bjp नेता ने राजद उपाध्यक्ष को घेरते हुए यहाँ तक कह दिया की उनका खुद का इतिहास भी यही है ! इधर भाजपा ले वरिष्ठ नेता भुवर ओझा ने उनके इस बयान को राजद का चरित्र बताते हुए शिवानन्द तिवारी को ऐसे असमाजिक तत्वो का संरक्षक बताया है। भुवर ओझा ने कहा चाहे शाहबुद्दीन हो या शिवाजीत मिश्र या लड़की छेड़ने वाला तेजस्वी यादव , इन सबका शिवानन्द तिवारी बचाव करते आये हैं। जिससे प्रतीत होता है कि खुद तिवारी भी इसी मानसिकता के पोषक हैं और उनकी इसी मानसिकता ने 2015 के बाद शाहपुर में तांडव मचाया हुआ है। अपनी ओछी मानसकिता के तहत एकतरफ जहा वो बलात्कारियों हत्यारों लड़की छेड़ने वालो का बचाव कर रहे हैं वही दूसरी तरफ क्षेत्र के अमन पसंद शरीफ लोगो को परेशान कर रहे हैं। गौरतलब है राजद उपाध्यक्ष ने कल कहा था लड़कों की उम्र होती है लडकिया छेड़ने की और वो इस उम्र में नही छेड़ेंगे तो कब छेडेंगे। इस बेतुके बयान के बाद जहा एकतरफ राजनीतिक तूफ़ान खड़ा हो गया वही दूसरी तरफ क्षेत्र की जनता भी ऐसे बयान से हैरान परेशान है। जानकार सूत्रों का कहना है की इस बयान से क्षेत्र की महिलाओं में खासी नाराजगी है जो आने वाले चुनाव पर बहुत बड़ा असर डालेगी और जिसकी चपेट में राजद उपाध्यक्ष के बेटे और मौजूदा विधायक राहुल तिवारी जरूर आएंगे।