बोकारो, 09 अक्टूबर 2017
लोगो कि जान कितनी सस्ती हो गई है, महज एक बकरी चोरी करना और गाॅव की बदनामी के डर से एक युवक की हत्या कर दी गई। राज़ से पर्दा तब उठा जब चारो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और मामले का उदभेदन हुआ।
घटना बोकारो जिले के चास मुफस्सील थाना क्षेत्र के माॅझीडीह की है। यहाँ अमित नामक एक युवक की हत्या बस इसलिए कर दी गई क्योकि उसने किसी का बकरी को चुरा लिया था। इस बकरी चुराने कि घटना से उसी गाॅव के उसके दोस्तो को लगा कि बकरी चुराने से उसकी गाॅव कि बदनामी हो जायेगी और गाॅव के लोगो को जब पता चलेगा तो उन्हे भी नही छोडा जायेगा। एैसे मे हत्या करके उसे फेक दिया गया लेकिन कहते है न कानुन के हाॅथ बहुत लम्बे है और पुलिस के हाॅथो चारो पकडे गये और पहुॅच गये सलाखो के पीछे।
घटना 7 अक्टूबर 2017 के दिन मे बोकारो के चास मुफस्सील थाना क्षेत्र के माॅझीडीह गाॅव से बाहर बिन्दा बाॅध तालाब के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने कि सूचना पर पुलिस पहुॅची। पुलिस के जाॅच से पता चला कि शव चास के जोघाडीह मोड के ही भवानीपुर के रहनेवाले 25 वर्षीय अमीत सिंह का है। घटना के बाद पुलिस अनंसंधान पर जुटी तो पता चला कि अमित सिंह अपने 4 दोस्तो के साथ उस रात शराब पिने के लिए माॅझीडी आया था। जहाॅ गडेडीयो द्वारा बकरी ले जाने के क्रम मे उसने एक बकरी चुराकर अपने दोस्त विक्की और विभास बाउरी को दिया अपने जोधाडीहमोड स्थित घर पहुॅचाने के लिए। दोनो ने बकरी को उसके घर पहुॅचाकर आया और सभी ने मिलकर जमकर शराब पिया। लेकिन बकरी को बाजुन मुर्म और शिबु हासदा के गाॅव माॅझीडीह से चुराया गया था। इसलिए दोनो ने बाकि दो दोस्त विक्की और विभाष बाउरी को कहा कि अमित सिंह ने उसके गाॅव से जाते हुए गडेडीयो के बकरी को चुराया है इससे उसके गाॅव का बदनामी हो रही है। इसलिए दोनो मिलकर अमित सिंह का हत्या कर दे नही तो गाॅव वाले उन्हे ही मार देगे। इसी दौरान बाजुन मुर्मु द्वारा अमित सिंह को पिछे से पत्थर से मारा गया जिससे उसकी मौत हो गई। बाद मे चारो दोस्तो ने मिलकर उसे आग लगे हुए लकडी से दागा ये देखने के लिए कही वो जिन्दा तो नही है। उसके बाद चारो दोस्तो ने मिलकर उसे बगल स्थित तालाब के किनारे फेक दिया।
एक बकरी के चलते एक इंसान कि चली गई जान एैसे मे इस बात कि चर्चा अब शहर मे जोरो पर है।
बोकारो पुलिस ने चारो को गिरफ्तार कर लिया और हत्या मे प्रयुक्त पत्थर और मोटसाईकिल के साथ लकडी भी बरामद कर लिया।
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