पटना, 31 मई :- बिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के सभापति और वरिष्ठ भाजपा नेता श्री नंदकिशोर यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना युवाओं के लिए एक नये भविष्य का निर्धारण करेगी। अगले पांच वर्षों के भीतर 40 करोड़ लोगों को प्रषिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
श्री यादव ने आज यहां कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के बीते तीन साल के कुषल शासन का नतीजा है कि इस योजना का सन् 2016 में 19 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिला है। राज्य में 119 कौषल सेंटर खोले गये हैं। सन् 2015-16 में इस बाबत 1.04 करोड़ लोगों को प्रषिक्षण दिया गया। ग्रामीण गरीबी दूर करने के लिए प्रषिक्षण के बाद सीधे 16 प्रकार के रोजगार की इस अनूठी योजना के तहत प्रत्येक युवाओं को 25 हजार रूपये से सवा लाख रूपये तक सरकारी सहायता दिये जाने का प्रावधान है। 34 लाख से अधिक युवाओं को यह सहायता राषि मिल चुकी है। इसके अलावा दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौषल योजना, बीपीएल आवासीय, पोस्ट-प्लेसमेंट सहायता के मद में दो से ढाई लाख रूपये दिये जाने हैं। भारत सरकार की इस जबरदस्त उपलब्धि और भावी योजनाओं को भाजपा के चल रहे महासंपर्क अभियान के दौरान आमजनों को अवगत कराया जायेगा।
श्री यादव ने महागठबंधन की बिहार सरकार पर निषाना साधते हुए कहा कि सिर्फ दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौषल योजना के अंतर्गत साढ़े नौ लाख से अधिक अभ्यर्थियों को प्रषिक्षित कर फरवरी 2017 तक पौने 6 लाख लोगों को रोजगार दिलाया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ग्रामीण भारत को कुषल बनाने के संकल्प की यह मात्र तीन वर्षों की झांकी है। पूरी फिल्म तो अभी बाकी है जो आने वाले दिनों में जुमला फेंकने वाले महागठबंधन के नेताओं को दिख जायेगा।