पटना : केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री और के अध्यक्ष अपनी खीर थ्योरी को आज (मंगलवार) को आगे बढ़ाएंगे. पटना से कार्यक्रम की शुरुआत के बाद बिहार के हर जिले में का आयोजन किया जाएगा. ‘स्वादिष्ट खीर’ का बयान देकर सुर्खियों में आए कुशवाहा अब इसे और आगे बढ़ाने का फैसला कर लिए हैं. यही कारण है की पटना के बिहार राज्य पंचायत परिषद भवन से इसकी शुरुआत करने जा रहे हैं.
उपेन्द्र कुशवाहा ने पूर्व के अपने बयान को दोहराते हुए कहा कि खीर में यदुवंशी यानी कृष्णवंशी के लोग दूध, कुशवंशी यानी रामवंशी के लोग चावल डालेंगे. ब्राह्मण समाज के लोग गुड़ या चीनी, अतिपिछड़ा समाज के लोग पंचमेवा और दलित भाई तुलसी का पत्ता डालेंगे. इसके बाद खीर तैयार होने पर मुसलमान का दस्तरखान लगाकर सभी लोग मिलकर खीर खाएंगे. उन्होंने कहा कि दस्तरखान पर बैठने वाला ना कोई बड़ा होता और ना ही कोई छोटा और सबको बराबर हिस्सा मिलेगा. वहीं गुजरात से दूध लाने पर चुप्पी साध लिए.
बिहार में एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर जो कयास लगाए जा रहे हैं उससे कुशवाहा खुश नहीं हैं. उनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेतृत्व उनसे बात करने में कोई दिलचस्पी भी नहीं दिखा रहा. इसका एक कारण यह भी माना जा रहा है कि उनके बारे में तय माना जा रहा है कि वे देर सबेर लालू यादव के राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ जाएंगे. यही कारण है कि उपेन्द्र कुशवाहा ‘पैगाम-ए-खीर’ का कार्यक्रम कर कुशवाहा बोलने से नहीं चूके कि किसी को हिस्सा से वंचित नहीं किया जाए.
केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा के खीर पॉलटिक्स पर आरजेडी नेता का बड़ा बयान आया है. पार्टी के प्रवक्ता भाई बीरेन्द्र ने कहा कि शीघ्र ही कुशवाहा महागठबंधन में शामिल होने वाले हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर खीर बनाएंगे और खाएंगे साथ ही बीजेपी-जेडीयू को भगाएंगे.