पटना- पटना के निजी नर्सिंग होम में एक महिला पुलिसकर्मी की डेंगू से मौत के बाद पुलिसकर्मियों ने अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए पुलिस लाइन में जमकर हंगामा मचाया है। पुलिसकर्मियों ने सिटी एसपी, डीएसपी और सार्जेंट मेजर को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है। लाठी और डंडे से लैस पुलिसकर्मी अधिकारियों को खदेड़ दिया है और गाड़ियों को तोड़ डाला है। उन्हें नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग की गई है। लेकिन, पुलिसकर्मी किसी की भी नहीं सुन रहे हैं। पुलिसकर्मियों के हमले में पुलिस अधिकारियों सहित कई मीडियाकर्मी घायल हो गए हैं। घटना से आक्रोशित मृतक के सहयोगी पुलिसकर्मियों ने हंगामा करते हुए पुलिस लाइन के कमांडेंट मोहम्मद मसरुद्दीन के आवास का घेराव किया। पुलिसकर्मियों का आरोप है कि महिला सिपाही की तबीयत खराब होने के कारण वो छुट्टी मांगती रही, लेकिन उसे छुट्टी ना मिल सकने के कारण वो अपना इलाज सही से नहीं करा पाई और उसकी मौत हो गई। वहीं इस मामले में मृतक की एक सहयोगी ने बताया कि 10-12 दिन पहले कारगिल चौक पर उनकी ड्यूटी लगी थी। उसकी तबीयत खराब हो गई, लेकिन छुट्टी लेने जब वो यातायात थाने गई तो उसे वहां सीएल नहीं मिला और महज दिन 3 दिन का ही सिक लीव मिल सका। इतने कम समय में वो अपना सही से इलाज नहीं करा सकी. जिस कारण उसकी मौत हो गई।
Related Posts
पीड़ित मानवता की सेवा है सबसे बड़ा धर्म:उप प्रमुख।
बिहार पत्रिका /पारस नाथ पीड़ित मानवता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं हो सकता।असहायों, निर्बल व ज़रूरतमंदों की सेवा…
नोनिया जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए बिहार सरकार पुरजोर कोशिश कर रही
पटना :- नोनिया जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने के लिए बिहार सरकार पुरजोर कोशिश कर रही है| मुख्यमंत्री…
बड़ी खबर- विधान सभा के पहले चरण के लिये JDU ने जारी की पहली सूचि, पढ़िए किन्हें मिला सिम्बल और कौन हुए आउट
राजनितिक गहमागहमी के बीच और सीटों के तालमेल की घोषणा के बाद विभिन्न दलों ने अपने उम्मीदवारों के नामों की…