पटना : छठ के घाट तैयार होकर सज चुके हैं. रविवार की सुबह से पर्व को लेकर श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगायी. इसके बाद एक बार फिर से घाटों पर सफाई अभियान चलाया गया. घाटों पर प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती हो गयी है. कंट्रोल रूम में दंडाधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गयी है.
देर शाम जिलाधिकारी कुमार रवि ने कलेक्ट्रेट, बांसघाट, बालुपर, पहलवान, राजापुर, दीघा और 88 घाट सहित आसपास के कई घाटों का निरीक्षण किया. इस दौरान अधिकारियों की तैनाती, विधि-व्यवस्था से लेकर अन्य महत्वपूर्ण बातों को देखा गया. बीते दो दिनों से सबसे बड़ी बात है कि गंगा का जल स्तर लगातार घट रहा है. कई घाटों पर पांच से दस फुट तक पानी पीछे चला गया है. इस कारण एक बार फिर प्रशासन को घाट बनवाने और सफाई कराने की जरूरत पड़ गयी है. जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिए नगर निगम को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं.
लाइट में बहुत सुंदर लग रहे हैं गंगा घाट
रविवार की शाम को गंगा किनारे सभी घाटों और एप्रोच पथ पर लाइटों को जला दिया गया. सभी घाटों पर पांच हजार से अधिक बड़े लाइट लगे हुए हैं जबकि कई घाटों के रास्ते को ट्यूब लाइट से रोशन किया गया है. कई जगहों पर लाइट की व्यवस्था जेरनेटर के माध्यम से की गयी है. कुल मिला कर लाइट की रोशनी में नहाये घाट काफी सुंदर लग रहे हैं. कलेक्ट्रेट घाट पर लगे बड़े हाई मास्ट लाइट से जगमग हुए घाट रात में भी दिन का अनुभव करा रहे हैं. महेंद्रू घाट, काली घाट से लेकर अन्य कई घाटों और रिवर फ्रंट के लिए बने पाथ-वे पर काफी सुंदर और साफ सुथरी व्यवस्था की गयी है.
गायब मिले दंडाधिकारी
गंगा घाटों पर कुल 105 नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. 205 वाच टावर लगे हैं. इसमें 450 के लगभग दंडाधिकारियों की तैनाती गयी है. कुल साढ़े तीन हजार से अधिक पुलिस पदाधिकारी व जवान लगे हैं. मगर जब जिलाधिकारी ने देर शाम घाटों का निरीक्षण किया तो कई घाटों से दंडाधिकारी गायब मिले. जिलाधिकारी ने बताया कि इन पर अब कार्रवाई की जायेगी.
अब प्रशासन को विधि व्यवस्था और निगम को सफाई रखने की चुनौती : कुल मिलाकर घाटों पर बेसिक तैयारी पूरी कर ली गयी है. इसके अलावा कंट्रोल रूम भी जारी कर दिया गया है. कई महत्वपूर्ण फोन नंबर जारी कर दिया है. अब जिला प्रशासन की चुनौती है कि घाटों पर विधि व्यवस्था को 14 नवंबर तक बनाये रखा जाये. वहीं नगर निगम की चुनौती है कि घाटों की सफाई को लगातार बनाये रखा जाये, घाटों पर फॉगिंग और ब्लीचिंग छिड़काव की व्यवस्था काफी जरूरी है