पटना– राजधानी दिल्ली में रविवार को संपन्न नीति आयोग के गवर्निंग काउंसिल की बैठक में बिहार छाया रहा। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार बिहार के लिये विशेष राज्य के दर्जे की मांग फिर रखी। दूसरी ओर बिहार भाजपा के वरीय नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी ठाकुर ने इस मांग को सिरे से खारिज कर विवाद पैदा कर दिया है।
बैठक में सीएम नीतीश ने रखी ये मांग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक को संबोधित करते हुए प्रति व्यक्ति आय, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा, मानव विकास आदि में बिहार की स्िथति को काफी खराब बताते हुए राज्य को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग रखी। इस दौरान नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग दुहराई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री शामिल रहे। इसमें राज्यों से जुड़े कई बड़े मुद्दों पर चर्चा हुई।
कृषि रोड मैप से जुड़ी योजनाओं की चर्चा
नीति आयोग के शासी निकाय की बैठक में एक महत्वपूर्ण एजेंडा 2020 तक किसानों की आय दोगुनी करने को ले चल रही योजनाओं की प्रगति से संबंधित थी। इसमें राज्य हित के अन्य मुद्दे भी उठाए गए। इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग रखी।
भाजपा ने कहा: संभव नहीं
मुख्यमंत्री की मांग अपनी जगह, लेकिन इसे बिहार में उनकी सरकार के घटक दल भाजपा के नेता ही सहमत नहीं दिख रहे। वरीय भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी ठाकुर ने कहा है कि विशेष राज्य का दर्जा नए राज्यों के लिए है। यह बिहार को नहीं दिया जा सकता। अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया गया तो यह कई अन्य राज्यों को भी देना होगा।
नीति आयोग की बैठक में बिहार को विशेष दर्जा की मांग, BJP नेता सीपी ठाकुर ने किया विरोध
