मुंगेर:- श्री श्री 108 दुर्गा महारानी आदमपुर लाल खान चौक इंदरुख पंचयात (सन 1980ई0)के मातारानी का प्राणप्रतिष्ठा के साथ पट खुला जिसमे सभी ग्रामीणों एवेम मंदिर के कार्यकर्ता मौजूद थे इसके लिए यहाँ के सचिव- श्री दिनेश यादव , उपसचिव-अरविंद कुमार, अध्यक्ष-विमल यादव, कोशाध्यक्ष-रंजीत यादव , मुख्य पुजारी-विष्णु देव यादव ,रतन यादव एवम समस्त मंदिर के कार्यकर्ता ने समस्त नगर वासी को शूभकामना दी है।
आज नवरात्रि का 7वां दिन है। सातवें दिन मां दुर्गा के नौ रूपों में से एक मां कालरात्रि की पूजा होती है। मां कालरात्रि का स्वरूप बड़ा विकराल और भयानक है, इनके शरीर का रंग घने अंधकार की तरह बिल्कुल काला है। मान्यता है कि मां कालरात्रि की उपासना करने वाले जातकों को शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है। मां कालरात्रि जीवनपर्यंत अपने उपासकों की रक्षा करती हैं। मां कालरात्रि की पूजा पूरे विधि-विधान और शांत मन से करनी चाहिये। सबसे पहले दीपक और धूप जलाएं, फिर मां के चरणों में फूल चढ़ाएं। इसके बाद लड्डू और केले का भोग लगाएं और मां को चुनरी चढ़ाएं। कहा जाता है कि मां कालरात्रि को गुड़ से बने पकवान काफी पसंद हैं, तो मां को गुड़ से बने पकवान चढ़ाने की ही कोशिश करें। इसके अलावा नारियल के लड्डू चढ़ाने और प्रसाद बांटने से भी मां बेहद खुश होती हैं। पूजा के अंत में मां को पीला झंडा चढ़ाएं और उस झंडे को अपनी छत पर लगा दें।गर आपको अपने जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो इस दिन धूप और दीपक जलाकर मां को लाल चुनरी चढ़ाएं। इसके साथ-साथ मां को फूल, फल व प्रसाद अर्पित करें। इसके बाद एक लाल तिकोना झंडा मां को अर्पित करें और उसे अपनी छत पर फहरा दें। ऐसा करने से आपको शत्रुओं पर विजय हासिल होगी और आपको सभी परेशानियों से भी झुटकारा मिलेगा