अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट
बेटियां आज धरती से आसमान तक अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही हैं। क्रिकेट से लेकर जंग के मैदान तक कदमताल कर रही हैं। यानि कोई भी क्षेत्र बेटियों से छूटा नहीं है। भले ही परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों न हों, ऐसी ही एक बेटी है भावना तिवारी, जिसने अपनी मेहनत, लगन और हुनर के दम पर गांव की दशा-दिशा बदलकर रख दी।
अररिया जिले के फारबिसगंज में जन्मी भावना तिवारी ने खुद विपरीत परिस्थितियों का लंबे समय तक सामना किया, इसके बावजूद उसके हौसले कम नहीं हुए। मानो वह अपने सपनो की तस्वीर बदलने की कसम खा रखी हो। उसने इसी जुनून के बलबूते अपनी मंजिल हासिल की भावना तिवारी एक सिर्फ सुंदर चेहरा ही नहीं वह उससे बहुत अधिक है ।
एक छोटी सी मुलाकात में मॉडल भावना तिवारी ने बताया-जब 2012 में मै ने बोर्ड परीक्षा पास किया तो मुझे इंटर के लिए पटना भेजा गया। मेरे माता पिता का सपोर्ट एवं स्नेह मिलता रहा। मेरे स्वतंत्रता सेनानी दादाजी स्वर्गीय पंडित रामदेनी तिवारी को अपना आदर्श मानती हूं
इसी बीच में मेडिकल की तैयारी कर रही थी मेरी मंन में हमेशा ये ही रहता था की मुझे अन्य लोगो से कुछ हट के करना है।
पटना में मॉडलिंग से अपनी शुरुवात की बहुत मस्कत के बाद एक शो मिला जब वो रेम्प पर उत्तरी तो फिर क्या था। दर्शक की आँखे खुली की खुली रह गई और फिर भावना तिवारी को तो अभी फिर पीछे मुड़कर देखना ही नही पड़ा और लगातर सौ पर सौ मिलता गया ।इसी बीच में शॉट फ़िल्म और ऐड भी किया। भावना तिवारी अररिया जिला के फारबिसगंज की मूलनिवासी है भावना बी बी एम की पढ़ाई मगध यूनिवर्सिटी से कर रही है। इंसान ठान ले तो कुछ भी नामुमकिन नही है। भावना कहती है बिहार में टैलेंट की कोई कमी नहीं है। यहाँ सरकार को सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि युवा शक्ति को दूसरे राज्य में पलायन नहीं करना पड़े। शिक्षा में सुधार तो हुआ है पर और सुधार की जरूरत है। लड़कियो की शिक्षा पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। आज भी कई लोग ये सोचते है कि लड़की है, यह क्या करेगी स्कूल जाकर ।
इस सोच में बदलाव लाने की जरूरत है लड़कियो के भी टैलेंट को भी प्रोत्साहित करने की जरूरत है। मैं बिहार की लड़कियो से कहना चाहती हूँ कि खुदपर विश्वास करना बहुत जरुरी है। जीवन में क्या करना है यह खुद तय करिये। यह आपका अधिकार है किसी के दबाव में आ कर निर्णय बदलने की जरूरत नही है हमें बचपन से सिखाया जाता है कि लड़की हो तुम्हे आवाज तेज करके नही बोलना चाहिए जैसी बाते बताई जाती है। मेरा मानना है कि यह शिक्षा देना गलत है मै चाहती हूँ कि लड़किया गलत चीझ को बिल्कुल बर्दाश्त नही करें वे अपनी ख़ुशी के बारे में जरूर सोचे जो करे पुरे उत्साह के साथ करे क्योंकि लक्ष्य पाने के लिए उसके पीछे लगना परता है। मै अपना लक्ष्य तय कर रही हूँ।घर के लोग फैशन फिल्ड को लेकर सशंकित हुए लेकिन मै उन्हें समझाने में कामयाब रही। कई बार ऐसी परिस्थितियां सामने आती है लेकिन उससे हार नही मानना चाहियें।
भावना तिवारी ने बताया कि अभी मुझे अपने कैरियर को मॉडलिंग के क्षेत्र में बहुत ऊंचाई तक जाना है” हम सभी जानते हैं कि अगर किसी घर में एक लड़की शिक्षित होती है, तो पूरे परिवार को शिक्षित किया जाता है।मुझे खुशी है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पहले से ही इस कारण के लिए काम कर रहे हैं।मेरा मानना है कि हम सभी खूबसूरती से बनाए गए हैं, हम सिर्फ मौजूद नहीं हैंखुद पर भरोसा रखें: अगर आप खुद पर भरोसा नहीं करेंगे तो कोई आप पर भरोसा नहीं करेगा।यकीन नहीं होता आप खुद ही देख लीजिए आप ईश्वर में तब तक विश्वास नहीं कर पाएंगे जब तक आप अपने आप में विश्वास नहीं करतेआप सभी को अपने तरीके से सौंदर्य क्वीन हैं और आप में से प्रत्येक जो भी आप का सपना जीत सकते हैं।