पटना. मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में लड़कियों से यौन शोषण के मामले पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार और डेप्युटी सीएम सुशील मोदी पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा कि हर बात पर प्रेस काफ़्रेंस करने वाले सुशील मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लड़कियों के यौन शोषण पर चुप क्यों हैं? यह किस बात की रहस्यमयी चुप्पी है? नीतीश कुमार बताएं कि कौन-कौन सफ़ेदपोश और अधिकारी यौन-उत्पीड़न में सम्मिलित हैं?
इसके अलावा एक और ट्वीट करते हुए तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश जी बताएं, बालिका गृह का संचालनकर्ता जो एक अख़बार भी चलाता है उसे उनके अधीन पीआरडी विभाग द्वारा कितने करोड़ का विज्ञापन दिया गया है और किन कारणों से दिया है? क्या बालिकाओं के साथ कुकृत्य करने वाले के अख़बार को नैतिक बाबू को प्रतिबंध नहीं करना चाहिए?
तेजस्वी ने इससे पहले 8 जून को ट्वीट कर कहा था कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न मामले में सुशील मोदी और नीतीश कुमार गंभीर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं? किन-किन मंत्रियों व सरकारी अधिकारियों के यहां नाबालिग़ लड़कियों को भेजा जाता था, ये खुलासा करने में किसका डर है? इसलिए की सत्ताधारी दलों के दिग्गज नेताओं के नाम सुनने में आ रहे हैं.
बता दें कि मुंबई की टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की ‘कोशिश’ टीम की सोशल ऑडिट रिपोर्ट में बालिका गृह की लड़कियों के यौन उत्पीड़न का खुलासा हुआ था. इसमें सामने आया था कि नाबालिग लड़कियों को नेताओं और अफसरों के साथ हमबिस्तर होने के लिए सप्लाई किया जाता था. इसके अलावा बालिका गृह में भी उनका यौन शोषण किया जाता था. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद बालिका गृह की 46 किशोरियों पटना, मोकामा और मधुबनी के बालिका गृह में भेजा गया है.
