पटना-राजधानी के सरदार पटेल भवन में पटना आइडियाथॉन 2018 के दो दिवसीय आयोजन का विधिवत शुभारंभ उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी को आईटी विभाग के सचिव सह बेलट्रान के एम.डी श्री राहुल सिंह ने पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक चिह्न दे कर स्वागत किया । कार्यक्रम में देश भर से आए आईटी प्रोफेशनल्स, आईटी विशेषज्ञ, आईटी इन्वेस्टर्स और बड़ी संख्या स्टार्टअप कंपनी, इनक्यूबेटर एवं आईटी के छात्र शामिल हुए। देश भर से सैंकड़ों आईडियाज़ को शार्ट लिस्ट करने के बाद करीब छत्तीस आईटी प्रोफेशनल को सरदार पटेल भवन के ऑडिटोरियम में उनके प्रस्तुतिकरण के लिए आमंत्रित किया गया। गौरतलब है कि दो दिवसीय इस आयोजन में देश भर से लोग हिस्सा ले रहे हैं और अपने बहुमूल्य आईडियाज़ को दुनिया के सामने साझा कर रहे हैं।
आयोजन के मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री श्री सुशील कुमार मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह का आयोजन पहली बार बिहार में हो रहा है जिसे जानकर मुझे बहुत खुशी हुई है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन ने ये साबित किया है कि बिहार किस दिशा में जा रहा है और किस तरह से बदल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले पचास सालों में दुनिया काफी तेज़ी से बदली है और खासकर पिछले पच्चीस सालों में तो यह बिल्कुल ही तेज़ गति से बदली है। आजकल जमाना नवाचार का है, नवीन प्रयोगों का है और नए आविष्कारों का है। उन्होंने कहा कि वेव ऑफ रिवोल्यूशन ने पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया। उन्होंने कहा कि आउट ऑफ बॉक्स काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस देश को आज नए-नए आइडियाज़ की जरूरत है और जिनके पास बेहतर आइडियाज़ होंगे वही देश पर राज करेगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में बेहतर आईडियाज़ की जरूरत है ताकि इस राज्य को
देश की अग्रणी पंक्ति में खड़ा किया जा सके। उन्होंने कहा कि बिहार में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है और दुनिया भर में हमारे ज्ञान की बड़ी कीमत है। कई मल्टीनेशनल्स कंपनियों में हमारे यहां के लोग काम कर रहे हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर वो हरसंभव मदद को तैयार हैं। उन्होंने माइक्रोसॉप्ट के कंट्री हेड मनीष प्रकाश की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने कहा है कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में दस हज़ार से ज्यादा दक्ष लोगों की जरूरत है इसलिए हम ये कहना चाहते हैं कि बिहार इसके लिए तैयार है क्योंकि हमारे पास मानव संसाधन की प्रचूरता है जो हमारी असली ताकत भी है। उपमुख्यमंत्री ने भगवान महावीर और गौतम बुद्ध की चर्चा करते हुए कहा कि उस वक्त आज के तरह के साइंटिफिक आइडियाज़ नहीं थे लेकिन उनके विचार य़ा कहें कि सोशियोलॉजिकल आइडिया अथवा धार्मिक आइडियाज़ ने ही करोड़ों लोगों को आज उनका अनुयायी बनाया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विचारों को टेक्नोलॉजी का सहारा चाहिए क्योंकि एक आईडिया राज्य को ही नहीं देश और दुनिया को प्रभावित करने वाला होता है। उन्होंने आयोजन में शामिल अतिथियों और प्रतिभागियों से अपील की कि इनोवेट फॉर इंडिया और इनोवेट फॉर ह्यूमेनिटी। उन्होंने स्टार्टअप्स से अपील भी की कि हमें परिवर्तन का वाहक बनना है क्योंकि एक इनोवेशन लाखों लोगों की ज़िंदगी को बदल सकता है। उन्होंने स्टार्ट्प्स से भी मांग की कि वे देश से गरीबी मिटाने के प्रति कृतसकंल्पित हों क्योंकि देश के सामने गरीबी सबसे बड़ी चुनौती है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जब वे बीज़िंग के दौरे पर गए थे तो उन्हें स्लम दिखाने के लिए लोग ले गए और उन्हें आश्चर्य हुआ कि स्लम आजकल म्यूजियम की शोभा बढ़ा रहे थे इसलिए हमें भी इसी दिशा में काम करने की जरूरत है ताकि देश और राज्य की तरक्की हो सके। क्लाइमेट चेंज को बड़ी चुनौती बताते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वाटर कनवरजेशन और उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में काम करने की जरूरत है ताकि दुनिया में सतत वृद्धि को हासिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि तकनीक और इनोवेशन ही दुनिया में आगे आने वाले समय में विकास की दिशा तय करेंगे। उन्होंने आईटी सचिव श्री राहुल सिंह को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके इस प्रयास से बिहार में इन्वेस्टर, आईटी एक्सपर्ट्स, आईटी प्रोफेशनल्स, स्टार्टअप्स सारे लोग एक मंच पर उपस्थित हो सके। उन्होंने कहा कि बिहार की सरकार ने स्टार्टअप्स के लिए पॉलिसी बनायी है। पटना के पाटलिपुत्रा में सॉफ्टवेयर टेक्नॉलॉजी पार्क तीन एकड़ ज़मीन पर बनी है। इसके साथ ही एस.टी.पी.आई पहले से गठित है और
भारत सरकार से मांग की गयी थी कि एक लाख स्कावयर फीट एरिया में इसका विस्तार किया जाए। केंद्र सरकार इसके लिए तैयार हो गयी है। बिहार सरकार ने करीब 26 करोड़ रूपये की भी व्यवस्था की है। भागलपुर और दरभंगा में सॉफ्टवेयर टेक्नॉलाजी पार्क ऑफ इंडिया की स्थापना की जा रही है। यहां जमीन उपलब्ध करा दी गयी है। राजगीर में आईटी सिटी विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने तीन सौ से ज्यादा कॉलेजों में फ्री वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करायी है। आठ हज़ार पंचायतों में से करीब चार हज़ार पंचायतों में नेशनल ऑप्टिकल फाइवर नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। अगले दो तीन महीनों के अंदर पंचायतों के अंदर ब्राड बैंड की सुविधा पहुंचाने का काम पूरा कर लेंगे। आगत अतिथियों को धन्यवाद देते हुए उपमुख्यमंत्री ने श्री राहुल सिंह को इस आयोजन की सफलता के लिए साधुवाद दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सर्वप्रथम आईटी सचिव श्री राहुल सिंह ने आगत अतिथियों का परिचय कराया और इस आयोजन में शामिल तमाम लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि बिहार स्टार्टअप्स पॉलिसी पर काम किया जा रहा है और इसके लिए हरसंभव तकनीकी मदद दी जा रही है। आईटी स्टार्टअप्स के लिए भी इकोसिस्टम बनाया जा रहा है ताकि वो इस क्षेत्र में अपने नवाचारों के माध्यम से राज्य और देश के लिए कुछ बेहतर कर सकें और इस सेक्टर में रोज़गार भी सृजित कर सकें। उन्होंने कहा कि आईटी टावर के निर्माण का काम चल रहा है जहां आने वाले वक्त में नए उद्यमी बेहतर वातावरण में कार्य कर सकेंगे और यहां उन्हें तमाम तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। श्री राहुल सिंह ने प्रतिभागियों का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि आप में से सभी विजेता हैं इसलिए इस आयोजन के माध्यम से कुछ बेहतर नतीजे निकल सकेंगे ऐसी मुझे उम्मीद है। श्री राहुल सिंह ने भरोसा दिलाया कि स्टार्टअप्स के लिए सभी जरूरी इंतजाम किये जाएंगे और इस सेक्टर में इन्वेस्ट करने वालों को भी जरूरी सुविधाएं मुहैया करायी जायेंगी।
वहीं, देश भर से आए प्रतिभागियों ने अपनी-अपनी तकनीक का प्रदर्शन किया और जूरी के सदस्यों ने उनसे प्रस्तुतिकरण से जुड़े सवाल किये। आगत अतिथियों ने इस आयोजन के लिए बिहार के आईटी विभाग को बधाई दी एवं उम्मीद जतायी कि इस आयोजन से कई स्टार्टअप्स राज्य और देश के लिए कुछ नया करेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रों में रचनात्मक नवाचारों की संस्कृति को तेजी से आगे बढाते हुए राज्य की समग्र वृद्धि और उन्नति के लिए भी यह आयोजन बेहद महत्वपूर्ण है। 14 अलग-अलग
विषयों पर आधारित इस आयोजन में डिजिटल एथिक्स एंड साइबर सिक्यूरिटी, ब्लॉकचेन, डिजिटल सिक्यूरिटी, बिग डाटा, ऑर्टिफिशियल इंटिलिजेंस, ऑटोनोमस सिस्टम, सोशल नेटवर्किंग प्लेटफार्म जैसे बेहद महत्पवूर्ण विषय शामिल है। तकनीक की दुनिया और डिजिटल होती हमारी जिंदगी ने हमें विकास के नये पैमाने गढ़ने को मजबूर किये हैं। इस अवसर पर आईटी सचिव सह बेल्ट्रान के एमडी श्री राहुल सिंह, श्रम संसाधन विभाग के प्रधान सचिव श्री दीपक कुमार सिंह, माइक्रोसाफ्ट के एमडी श्री मनीष प्रकश, कंट्री मेनेजर, एचपी एंटरप्राइज, श्री कमल कश्यप, डा० विनीता सहाय, डायरेक्टर आईआईएम, बोध-गया, श्री प्रभात कुमार सिन्हा, चेयरमैन, सीआईआई, बिहार एवं को-फाउंडर एस्ट्रिक ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज, श्री रामेन्द्र वर्मा, पार्टनर एवं हेड आईजीएच, केपीएमजी, सुश्री नीता करमाकर, रीजनल डायरेक्टर, सीआईआई, ईस्ट एवं नार्थ और जूरी मेम्बेर्स और बड़ी संख्या में आईटी प्रोफेशनल्स, स्टार्टअप्स, प्रतिभागी, आईटी के छात्र और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।