पटना : पिछले कुछ दिनों से चल रही राजनितिक उथल – पुथल के बाद आज मांझी सरकार की शक्ति परीक्षण होनी थी , लेकिन उससे पहले ही विधानसभा में बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज राजभवन जाकर इस्तीफा दे दिया। मांझी के इस्तीफे के बाद नीतीश कुमार समर्थकों में जश्न का माहौल है। संभावना जताई जा रही है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं। गौरतलब है बिहार में आज से ही बजट का सत्र शुरू हो रहा है। राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के अभिभाषण के बाद मांझी को बहुमत साबित करना था, लेकिन संख्याबल नहीं होने की वजह से उन्होंने इस्तीफा दे दिया। मांझी के साथ बीजेपी के 87 विधायकों के अलावा जेडी(यू) के 13-14 विधायक थे। बीजेपी ने गुरुवार को ही मांझी के समर्थन में वोट डालने का फैसला किया था। विधानसभा का दस्तावेजी गणित मांझी के अनुकूल नहीं था। जदयू से निष्कासित होने के बाद मांझी विधानसभा में खुद असंबद्ध सदस्य थे और उनकी कैबिनेट के आठ में सात मंत्री जदयू से निलंबित सदस्य हैं। विधानसभा अध्यक्ष को छोड़कर जदयू का संख्याबल 109 है।
Related Posts
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज में 60% से अधिक सीट खाली रहना राज्य के बदहाल तकनीकी शिक्षा का सबूत–विजय कुमार सिन्हा
लाखों बच्चे इंजीनियरिंग पढ़ाई के लिए प्रतिवर्ष जा रहे हैं राज्य के बाहर, राज्य की बिगड़ी कानून व्यवस्था और आपराधिक…
LOCKDOWN BREAKING- लॉकडाउन के संबंध में केन्द्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देश एज इट इज लागू होंगे, पढ़े और देखें क्या-क्या होगा अनलॉक-1 में
सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क एवं सचिव स्वास्थ्य ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर किये जा रहे कार्यों की अद्यतन…
लखनऊ के व्यवसायी पुत्रों का पटना में अपहरण! अपहर्ताओं ने मांगी 4 करोड़ की फिरौती पटना के आलाधिकारी मामले से अनभिज्ञ
विनायक विजेता पटना। लखनऊ के एक बड़े पत्थर व्यवसायी बाबू लाल शर्मा के दो पुत्रों कों राजधानी पटना में एक…