लोक आस्था का महापर्व. निगरानी में तैनात हैं अधिकारी और कर्मी, एक कंट्रोल रूम में चार सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
पटना : जहाज घाट से पटना सिटी के दीदारगंज घाट के बीच 79 घाटों पर एप्रोच रोड, शौचालय, शेड, कंट्रोल रूम, चेंजिंग रूम, वाच टावर और लाइटिंग आदि कार्य पूरा हो गया है. वहीं, बुडको की ओर से रिवर फ्रंट को रंग-बिरंगी लाइटिंग से सजाया गया है.
इसके साथ ही रिवर फ्रंट पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरा इंस्टॉल किया गया है. रविवार की शाम तक सभी घाट सज-धज तक तैयार हो गये हैं. घाट शाम होते ही रंग-बिरंगी लाइट से जगमग हो गया था. वहीं, जिला प्रशासन के नियंत्रण कक्ष में निगम, जिला व पुलिस प्रशासन के टीम की तैनाती कर दी गयी है, ताकि गंगा स्नान करने वाले लोग बैरिकेडिंग के बाहर नहीं जाये और घाट पर गंदगी नहीं फैलाये.
लगातार साफ किया जा रहा घाट : समाहरणालय घाट से लेकर रानी घाट तक एक-एक घाट पर आठ-दस सफाईकर्मी वर्दी पहने तैनात थे और लगातार घाटों की सफाई में लगे थे. काली घाट पर सिटी मैनेजर संजय कुमार अपने सफाई कर्मियों के साथ तैनात थे. हालांकि गंगा की धारा में कचरा फेंकने वालों पर रोक नहीं लगा रहे थे. स्थिति यह थी कि कचरा फेंकने के बाद सफाई कर्मियों को कचरा निकालने के लिए भेजा जा रहा था.
घाटों पर प्रतिनियुक्त पदाधिकारी दिखे नदारद : घाटों पर दंडाधिकारी के साथ साथ पुलिस बल व आलाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है, लेकिन दो-चार घाट पर ही पदाधिकारी तैनात दिखे. रविवार की दोपहर दो बजे के करीब काली घाट स्थित कंट्रोल रूम में लगा कुर्सी खाली दिखा. वहीं, कृष्णा घाट के कंट्रोल रूप में सिर्फ जिला व निगम प्रशासन के पदाधिकारी तैनात दिखे. बहरवा घाट, रानी घाट व लॉ कॉलेज घाट सूना दिखा.
रिवर फ्रंट पर लगाये गये 64 सीसीटीवी कैमरे
बुडको की ओर से रिवर फ्रंट के 20 घाटों को लाइटिंग से सजा दिया है. इसके साथ ही इन घाटों पर 64 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं, ताकि कैमरे की नजर से छठव्रतियों व श्रद्धालुओं को देखा जाये. वहीं 40 हाई मास्क लाइट, 258 वेपर लाइट व 80 रंगीन लाइटें लगायी गयी हैं.
बुडको एमडी अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि सीसीटीवी को लेकर 16 घाटों पर कंट्रोल रूम बनाया गया है. एक कंट्रोल रूम में चार सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जायेगी. इसके साथ ही लाइटिंग का काम पूरा कर लिया गया है और शत प्रतिशत लाइट शाम होते ही जलने लगीं. पीआरओ चंद्र भूषण भट्ठ ने बताया कि मात्र दो घाटों को छोड़ कर सभी घाटों मसलन दरभंगा हाउस घाट से लेकर राजा घाट तक गंगा की धारा मौजूद है. लोग आराम से छठ कर सकते हैं.
सावधान : रिवर फ्रंट पर वायरिंग हो सकती है खतरनाक
बुडको की ओर से रिवर फ्रंट को लाइटिंग से सजाया गया गया है. लाइटिंग को लेकर विद्युत पोल से लेकर जगह-जगह वायरिंग की गयी है. लेकिन, अभियंताओं की टीम ने बुडको की वायरिंग पर आपत्ति जताते हुए खतरा होने की आशंका जाहिर करते हुए कहा कि वायरिंग काफी नीचे होने से डाला सटने की संभावना है. वहीं, विद्युत पोल को लाइटिंग से सजाया गया है, जिसमें करेंट आने की स्थिति में भगदड़ होने की आशंका है. यह स्थिति कृष्णा घाट के साथ-साथ एक-दो और घाटों पर है.
एप्रोच रोड को किया जा रहा दुरुस्त
गंगा घाटों तक पहुंचने वाली एक-एक एप्रोच रोड को दुरुस्त किया जा रहा है. अधिकतर घाटों के एप्रोच रोड को ठीक करने के साथ-साथ साफ-सुथरा कर दिया गया है. अब भी लगातार एप्रोच रोड से अवरोध को हटाया जा रहा है. रविवार को कृष्णा घाट के एप्रोच रोड पर दस से अधिक मजदूर काम कर रहे थे, जो सड़क के किनारे लगे घास को छिल कर साफ करने में लगे थे. वहीं, गांधी घाट के एप्रोच रोड को पानी से साफ किया जा रहा था.
रामविलास, चिराग व पारस ने छठ पर दीं शुभकामनाएं
लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य व सार्वजनिक वितरण मंत्री, रामविलास पासवान, लोक जनशक्ति पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान, लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व पशु व मत्स्य संसाधन विभाग बिहार, पशुपति कुमार पारस व दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद, रामचंद्र पासवान ने संयुक्त रूप से छठ पर राज्य व देशवासियों को शुभकामनाएं और बधाई दी है.
सूर्यदेव को भोग लगाने के बाद आज से शुरू होगा 36 घंटे का निर्जला उपवास
राजधानी अब छठ की छटा से सराबोर हो चुकी है. रविवार की सुबह से ही छठ को लेकर नहाय-खाय के साथ सूर्यदेव के आराधना के महापर्व छठ की शुरुआत हो गयी. चार दिवसीय महापर्व के दूसरे दिन आज खरना पर सूर्यदेव को भोग लगाने के बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जायेगा. सुबह से ही महिलाएं तैयार किये गये चूल्हों पर प्रसाद बनाए जाएंगे. इसके बाद सीधे खरना के प्रसाद बनाने की तैयारी शुरू होगी. खरना के प्रसाद में चावल, चने की दाल, पूरी, गन्ने का रस या गुड़ से बनी रसिया आदि बनाये जायेंगे और जैसे ही शाम होगी, गोधूली बेला के वक्त भगवान सूर्य के प्रतिरूप को लकड़ी की पाटियों पर स्थापित करने के बाद पारंपरिक रूप से पूजा होगी. पूजा के अंत में भगवान को सभी प्रसाद का भोग लगाने के बाद सभी लोग प्रसाद को सामूहिक रूप से ग्रहण करेंगे.
गंगा घाटों पर स्नान ध्यान के लिए उमड़े व्रती : घरों में छठ के मंगल गीतों के बीच व्रतियों के साथ घर के सदस्यों ने रविवार को सुबह-सुबह गंगा स्नान किया. जो गंगा स्नान नहीं कर सके, उन्होंने पास के तालाबों और जलाशयों में स्नान किया.
कल भगवान भास्कर को पहला अर्घ देंगे
कल यानी मंगलवार को भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य दिया जायेगा. जलाशयों के साथ गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर अर्घ की तैयारियों के बीच सुबह से भीड़ जुटनी शुरू हो जायेगी. कलेक्ट्रेट घाट पर पटना के साथ आसपास के जिलों से भी व्रतियों की भीड़ जुटेगी और सभी लोग अपनी तैयारियों के साथ गंगा के घाट पर पहला अर्घ देंगे.
तेजस्वी ने राज्यवासियों को दीं छठ की शुभकामनाएं
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने देश व राज्यवासियों को लोक आस्था के महान त्योहार छठ की बधाई व शुभकामनाएं दी है. उन्होंने कहा कि यह पवित्रता और भगवान के प्रति अटूट आस्था का त्योहार है. यह हमारी गौरवशाली संस्कृति का भी प्रतीक है. हम उदयगामिनी के साथ-साथ अस्ताचलगामी सूर्य की भी पूजा करते हैं. यानी सब को सम्मान और आदर हमारी संस्कृति की पहचान है. उन्होंने अपील किया कि छठ व्रती खतरनाक घाटों पर न जाएं.
नित्यानंद राय ने दी छठ की बधाई
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने छठ पर देश व दुनिया भर में मौजूद बिहारवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि सूर्यदेव की आराधना का यह पर्व लोक आस्था का महान ऐतिहासिक पर्व हैं. इस महान पर्व की चर्चा अथर्ववेद में है. उन्होंने सभी छठ व्रतियों के प्रति अपनी श्रद्धा का इजहार किया है और कहा कि छठ महापर्व सभी देशवासियों के जीवन में स्वास्थ्य, सुख, शांति, समृद्धि, प्रगति व ज्ञान का संचार करे.
तालाबों और झीलों में सफाई के साथ हो रही सजावट
चिड़ियाघर, गर्दनीबाग, सूर्य मंदिर व माणिकचंद तालाब पर भी जाते हैं व्रती
आस्था के महापर्व छठ में लोग तालाबों आैर घाटों की साफ-सफाई में जुट गये हैं. बेली रोड स्थित चिड़ियाघर से लेकर गर्दनीबाग, माणिकचंद तालाब आदि में कुछ इसी तरह का नजारा है, जहां छठ व्रत से पूर्व घाटों की साफ-सफाई अौर सौंदर्यीकरण का काम जोर-शोर से हो रहा है.
संजय गांधी जैविक उद्यान की झील
जय गांधी जैविक उद्यान में 1080 मीटर में बनी झील की साफ-सफाई की जा रहा है. जगह-जगह सीढ़ियां बनायी जा रही हैं. साथ ही सुरक्षा को देखते हुए बैरिकेडिंग की जा रही है. जू में व्रतियों के लिए दोनों गेट खोल दिये जाते हैं. इसके अलावा जू प्रशासन की ओर से पारण के दिन जल अौर शर्बत की भी व्यवस्था की जानी है.
गर्दनीबाग रोड-10 पंचमंदिर स्थित तालाब
र्दनीबाग रोड-10 पंचमंदिर स्थित तालाब के जीर्णोद्धार के लिए पांच लाख रुपये दिये गये हैं. तालाब की साफ-सफाई से लेकर उसकी मरम्मत की जा रही है. मंदिर के सचिव प्रेम सिंह उर्फ बबुआ जी ने बताया कि बीते 14 वर्षों से तालाब में छठपर्व के मौके पर व्रती अर्घ देने पहुंचते हैं. पुराना पानी निकाल कर सफाई कर दी गयी है.
सूर्य मंदिर होने के कारण बनी है आस्था
रिस्ताबाद स्थित कच्ची तालाब की भी साफ-सफाई का काम जारी है. सूर्य मंदिर होने के कारण लोगों की विशेष आस्था देखने को मिलती है. मंदिर के पुजारी बताते हैं, कि भगवान सूर्य की पूजा गरम देवता के रूप में की जाती है. इससे उन्हें प्रसन्न करने के लिए जल अर्पित करते है, ताकि उन्हें शीतलता प्रदान की जा सके. रोज भगवान सूर्य को एक लोटा जल चढ़ाने से सारी कामनाओं की पूर्ति होती है.
माणिक चंद तालाब की साफ-सफाई से लेकर रंग-रोगन तक
निसाबाद स्थित माणिक चंद तालाब लगभग 150 वर्ष पुराना है. यहां 10 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं. तालाब 1600 स्क्वायर फुट में बना है. तालाब की साफ-सफाई के साथ रंगाई-पुताई भी की जा रही है. बैरिकेडिंग और वॉच टावर बनाया जा रहा है. पार्षद सुनील ने बताया कि वह सफाई से लेकर सजावट में लगे हैं.