गोवा में एक पञकार को पुलिस ने महज इसलिए पीट दी कि वो फोन पर हिन्दी में बात कर रहा था। पीड़ित पत्रकार मुकेश कुमार एक स्थानीय चैनल में काम करते हैं। उन्होंने इस घटना की रिकॉर्डिंग भी की है। पत्रकार का आरोप है कि इंस्पेक्टर पीके वस्त और सब-इंस्पेक्टर विक्रम नाइक ने हिंदी में बात करने की वजह से उन्हें मारा। मुकेश के अनुसार शनिवार की रात शहर के माला इलाके में मोबाइल पर अपनी पत्नी से हिंदी में बात कर रहा था। इतने में 4-5 लोग वहां आकर उनके साथ धक्का-मुक्की करने लगे। घटना की जानकारी देने के लिए उसने पुलिस को फोन किया। पुलिस घटना स्थल पर तो पहुँची। पुलिस आरोपियों के साथ उन्हें भी थाने ले आई। थाने में पुलिस आरोपियों से बेहद नरमी से बात कर रही थी जबकि उन्हें प्रताड़ित कर रही थी। बातचीत के दौरान ही इंस्पेक्टर ने उन्हें थप्पड़ मार दिया। मुकेश का आरोप है कि इस बारे में शिकायत करने के बावजूद पुलिस ने सोमवार तक एफआइआर दर्ज नहीं की, जबकि उन्होंने सुबूत के तौर पर विडियो रिकॉर्डिंग भी पुलिस को मुहैया करा दी है। पणजी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रभुदेसाई ने शिकायत मिलने की बात कबूली है। उन्होंने बताया कि आगे की कार्रवाई के लिए शिकायत नॉर्दन गोवा के एसपी के पास भेजी गई है।
गोवा:मोबाईल पर हिन्दी में बात करने की सजा पुलिसिया पिटाई
