पटना : गांधी मैदान हादसे में घायल हुए लोगों के इलाज में लापरवाही और पीएमसीएच में बदहाली की गाज पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के अधीक्षक सहित आठ चिकित्सकों पर गिरी। अव्यवस्थाओं के प्रति मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की नाराजगी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को अधीक्षक डॉ. लखींद्र प्रसाद को निलंबित करते हुए विभागीय जांच का आदेश दिया है। इसी क्रम में वहां के चार चिकित्सकों का तबादला कर दिया गया और तीन से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
अवकाश के बाद मंगलवार को सचिवालय खुलते ही विभाग की तरफ से कार्रवाई का आदेश जारी हुआ। मगर इस आदेश को निकालने में ही अधीनस्थों ने शाम कर दिया। नई व्यवस्था में पीएमसीएच के अधीक्षक का प्रभार वहां के प्राचार्य डॉ. सुंदरलाल सिन्हा को दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव अनिल कुमार के मुताबिक एसोसिएट प्रोफेसर सर्जरी डॉ. उमाशंकर सिंह का तबादला दरभंगा मेडिकल कॉलेज, एसोसिएट प्रोफेसर सर्जरी डॉ. विनोद कुमार का तबादला भागलपुर मेडिकल कॉलेज, ऑर्थोपेडिक विभाग के प्रोफेसर डॉ. विजय कुमार तथा एसोसिएट प्रोफेसर यूरोलॉजी विभाग डॉ. अशोक कुमार का तबादला गया मेडिकल कॉलेज किया गया है।
इसी क्रम में सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अजित बहादुर सिंह, सहायक प्राध्यापक आर्थो डॉ. विश्वेंद्र कुमार सिन्हा तथा सहायक प्राध्यापक यूरोलॉजी डॉ. अजित सिंह से स्पष्टीकरण मांगा गया है। याद रहे कि रविवार की शाम मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पीएमसीएच का औचक निरीक्षण किया था।
उन्होंने इमरजेंसी वार्ड में मरीजों के इलाज और शौचालय का भी जायजा लिया था। निरीक्षण के दौरान उन्हें अस्पताल में अनेक खामिया नजर आई। मांझी ने अपनी नाराजगी तत्काल मीडिया से बातचीत में जाहिर की। इससे साफ हो गया था कि राज्य सरकार पीएमसीएच के मामले में सख्त कदम उठाएगी।
सोमवार को मुख्यमंत्री ने इस मसले पर उच्च स्तरीय बैठक की। स्वास्थ्य विभाग के सचिव आंनद किशोर को जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई। उन्होंने जांच के बाद अधीक्षक समेत आठ डाक्टरों पर कार्रवाई की अनुशंसा की। सोमवार की देर रात ही कार्रवाई करने का फैसला ले लिया गया था।
गांधी मैदान हादसे में पीएमसीएच के आठ चिकित्सकों पर गाज गिरी
