पटना,12 मई:- बिहार विधान सभा की लोक लेखा समिति के सभापति और वरिष्ठ भाजपा नेता श्री नंदकिशोर यादव ने कहा है कि बिहार में बिजली की उपलब्धता पर नीतीश कुमार इतरायें नहीं। भारत सरकार की योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से ही प्रदेष को भरपूर बिजली मिल रही है और गांव-गांव में बिजली की उपलब्धता सुनिष्चित की जा रही। राज्य सरकार ने तो शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं को विद्युत दर में 36 से 80 प्रतिषत की वृद्धि कर महंगाई का जोरदार करंट लगाया है।
श्री यादव ने आज यहां कहा कि आजादी के बाद जिन 18 हजार गांवों में बिजली नहीं थी उसे जगमग करने के लिए भारत सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत एक सौ से कम आबादी वाले गांव-टोले में बिजली पहुंचाने का काम किया है। इस योजना के अन्तर्गत खेती के लिए अलग और घरेलू कनेक्षन के लिए अलग फीडर होगा। इस योजना के तहत डेढ़ करोड़ बीपीएल परिवारों को निःषुल्क बिजली दी जायेगी। दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के बारे में मुख्यमंत्री ने कल के आयोजन में स्वयं स्वीकारा है। इसलिए वे आत्ममुग्ध न हों बल्कि केन्द्र सरकार की सहयोग भावना के दायित्व की प्रषंसा करें। विद्युत दर में वृद्धि के विद्युत नियामक बोर्ड के प्रस्ताव को व्यापारिक, औद्योगिक एवं जन संगठनों ने विरोध किया था लेकिन इसकी अनदेखी कर राज्य सरकार ने बिजली दर में भारी वृद्धि कर आम उपभोक्ताओं की कमर ही तोड़ दी है।
श्री यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीष कुमार ने पहले तो कहा था कि 2015 तक घर-घर बिजली नहीं पहुंची तो वे विधान सभा चुनाव में वोट मांगने नहीं जायेंगे अब कह रहे हैं कि 2018 के अंत तक हर घर को बिजली कनेक्षन देंगे। दरअसल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार में विद्युत उत्पादन में वृद्धि और इसे घर-घर तक पहुंचाने के लिए 38 योजनाओं को मंजूरी दी है जिसके लिए 5856.36 करोड़ रूपये की व्यवस्था भी की है। इसलिए नीतीष जी सिर्फ अपनी वाहवाही लूटने का प्रपंच न करें। केन्द्र सरकार की उदारता और मिल रही अपार धन राषि की भी चर्चा करें। आपकी राजनीतिक सेहत और बिहारवासियों के लिए यह हितकर साबित होगा।