किसान मुक्ति यात्रा के दूसरे दिन विजयवाड़ा में उतरी हज़ारो की भीड़

– किसान मुक्ति यात्रा के दूसरे दिन विजयवाड़ा में उतरी हज़ारो की भीड़whatsapp-image-2017-09-17-at-6-53-55-pm
 
– 20 नवम्बर से आयोजित होने वाले “किसान संसद” के निमंत्रण प्रस्ताव पर विजयवाड़ा का समर्थन
 
– दो समाचार, दो विचार और एक आमन्त्रण ने विजयवाड़ा के किसानों की हिम्मत बढ़ाई
दक्षिण भारत की 8 दिवसीय “किसान मुक्ति यात्रा” को मजबूती देते हुए स्वराज अभियान की किसान इकाई संगठन “जय किसान आंदोलन” ने आज अपने दूसरे दिन की यात्रा में आंध्र प्रदेश के किसानों के साथ-साथ विजयवाड़ा में आंध्र समाज के सशक्त सामाजिक कार्यकर्ताओं का समर्थन हासिल किया। पहले दिन की यात्रा में तेलंगाना के किसान भाइयों बहनों ने “जय किसान आंदोलन” की यात्रा को अपनी भागीदारी से शुभ बना दिया।
कृष्णा और गोदवरी नदी की कोख से होता हुआ जय किसान आंदोलन का कारवां आज जब विजयवाड़ा के सिद्धार्थ कॉलेज में पहुँचा। उससे पहले ही सिद्दार्थ कॉलेज का ऑडिटोरियम हज़ारो की भीड़ किसान मुक्ति यात्रा के समर्थन में मौजूद थी। सुप्रीम कोर्ट के भूतपूर्व न्यायधीश, सेवानिवृत प्रशासनिक अधिकारी, आंध्र प्रदेश के लेखक, बुद्धिजीवियों के साथ किसान संघर्ष से जुड़े कार्यकर्ताओं ने मिलकर इस जानसभा का आयोजन किया।
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इस सभा को सम्बोधित करते हुए स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेन्द्र ने किसानों के सामने “दो समाचार,दो विचार और एक आमंत्रण” के साथ अपनी बात शुरू की । उन्होने कहा की महाराष्ट्र ,मध्यप्रदेश और राजस्थान (सीकर) के किसानी संघर्ष की विजयी सफलता के साथ आंध्र प्रदेश और तेलांगना के साथियों का हमारे साथ शामिल होना दो शुभ समाचार है। किसानो की मांगों के रूप में पूरी तरह से किसानों की कर्जमाफी और उनकी उपज का न्यायसम्मत मूल्य मिलना दो शुभ विचार है। इन दोनों समाचार और विचार के साथ एक आमंत्रण भी उन्होंने दिए। योगेन्द्र यादव ने विजयवाड़ा के किसानों को आगामी 20 नवम्बर को संसद के समान्तर “किसान संसद” के सदस्य के रूप में शामिल होने के लिए न्योता दिया। इस तरह किसान मुक्ति यात्रा का शानदार सफ़र दक्षिण भारत में लगभग 500 किलोमीटर की यात्रा पूरी करते हुए अपने अगले पड़ाव की तरफ बढ़ रहा है।
इससे पहले किसान मुक्ति यात्रा अपनी शुरुआत में दक्षिण भारत के तेलंगाना का पहला पड़ाव हज़ारो किसान समर्थक भागीदारों का गवाह बनता दिखा। जिसमें लगभग 25 से अधिक किसान संगठनों ने खेती किसानी से जुड़ी तर्कसंगत मांग पूरी ऋणमुक्ति और लाभदायक कीमत को अपना समर्थन दिया था। विदित हो की “किसान मुक्ति यात्रा” का आयोजन अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति(AIKSCC) द्वारा किया जा रहा है। जिसमे स्वराज अभियान का जय किसान आंदोलन भी शामिल हो रहा है। इस यात्रा में जमीन पर संघर्ष कर रहे देश भर के लगभग 150 से अधिक संगठनों शामिल हो रहे हैं। AIKSCC के संयोजक वी एम सिंह, सांसद श्री राजू शेट्टी, तेलंगाना JAC के सदस्य प्रोफेसर कोड़नाराम, जय किसान आंदोलन के सहसंथापक और स्वराज इंडिया अध्यक्ष योगेन्द्र यादव, किसान संघर्ष समिति के डॉ सुनीलम, AIKS से जुडी मल्ला रेड्डी, AIKMS के वेमुलपल्ली वेंकटरमण कल की यात्रा में शामिल हुए थे।
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