नई दिल्ली, चुनावों के नजदीक आते हीं दलों में उलटफेर की स्थिति बनी हुई है। इसी क्रम में आज कांग्रेस को बड़ा झटका लगा। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की उपस्थिति में कांग्रेस नेता और प्रवक्ता टॉम वडक्कन भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है। टॉम वडक्कन यूपीए प्रमुख सोनिया गांधी के बेहद करीबी बताए जाते हैं। ऐसे में अगर कहें कि भाजपा ने सोनिया गांधी के घर में सेंध लगा दी है, तो गलत नहीं होगा। बताया जा रहा है कि कुछ और कांग्रेसी नेता भी हाथ छोड़ कमल थाम सकते हैं। टॉम वडक्कन पूर्व प्रधानमंत्री और दिवंगत कांग्रेस नेता राजीव गांधी के सहायक भी रहे हैं।
टॉम वडक्कन जैसे दिग्गज नेता ने आखिर कांग्रेस पार्टी को छोड़ने का फैसला क्यों किया? वडक्कन ने बताया, ‘पाकिस्तानी आंतकवादियों ने जब हमारे देश पर हमला किया, तब कांग्रेस पार्टी ने जैसे व्यवहार किया, वो मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं आया। तब कांग्रेस के बयान में मुझे बेहद दुखी किया। अगर आतंकी हमले के समय कोई राजनीतिक पार्टी देश के विरुद्ध बयान देती है, तो मेरे पास पार्टी छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।’ उन्होंने कहा कि मैंने अपने राजनीति जीवन के कई साल कांग्रेस में बिता, लेकिन वहां वंशवाद की राजनीति हावी है।