नयी दिल्ली– लोक जनशक्ति पार्टी ने कांग्रेस से राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति ए के गोयल को उनके पद से हटाने को लेकर अपना रुख स्पष्ट करने तथा बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती के इस मुद्दे पर चुप्पी पर भी सवाल किया है। लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एनजीटी के अध्यक्ष को पद से हटाने की दलितों की मांग पर निश्चित रूप से कांग्रेस को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए ।उन्होंने कांग्रेस नेता अश्विनी कुमार के एक बयान जिसमें उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति- जनजाति अत्याचार निवारण कानून के तहत के दिए गए निर्णय को लेकर उनको एनजीटी अध्यक्ष पद से हटाने की मांग को न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। उन्होंने कहा कि बसपा प्रमुख मायावती अधिकतर मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त करती हैं लेकिन इस मामले में चुप हैं।
सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई पहल होने के बारे में पूछे जाने पर पासवान ने कहा कि उन्हें आशा है कि नौ अगस्त से पहले कोई न कोई रास्ता निकाला जायेगा। नौ अगस्त से कुछ दलित संगठन आन्दोलन करने वाले हैं जिसमें लोजपा से जुड़ी दलित सेना भी शामिल है। पासवान ने न्यायमूर्ति गोयल को पद से हटाने को लेकर मोदी को पत्र भी लिखा है ।
कांग्रेस एनजीटी प्रमुख के हटाने पर अपना रुख स्पष्ट करे: लोजपा
