शनिवार – सूर्यदेव करेंगे मिथुन राशि में गोचर, पांच राशियां होंगे मालामाल

मेष, वृष, सिंह, तुला व वृश्चिक राशियों को लाभ, गोचर से देश में उपद्रव, तनाव व अशांति का रहेगा माहौल

आज ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी दिन शनिवार को विशाखा नक्षत्र व सिद्ध योग के युग्म संयोग में मध्यरात्रि 12:09 बजे ग्रहों के अधिपति भगवान सूर्य शुक्र की राशि वृष से निकल कर बुध की राशि मिथुन में गोचर करेंगे । जहां पहले से मौजूद मंगल, बुध और राहु के साथ सूर्य की युति से त्रिग्रही योग बनेगा। वहीं शनि 21 जून से सूर्य, मंगल और बुध के साथ मिलकर षडाष्टक योग का निर्माण करेंगे । इसके आलावा छाया ग्रह केतु का सूर्य के साथ नवम-पंचम का संबंध बनेगा ।

पटना के प्रमुख ज्योतिष विद्वान कर्मकांड विशेषज्ञ पंडित राकेश झा शास्त्री ने कहा कि प्रत्यक्ष देव भगवान भास्कर के इस गोचर से देश में उपद्रव, तनाव और अशांति का माहौल बन सकता है । यह गोचर रोगकारक है, जिसके कारण देश में बीमारी का प्रकोप हो सकता है । इस युति से खाद्यान्नों के भाव में भारी गिरावट होगी । जिससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान भी सहना पड़ सकता है । उन्होंने बताया कि कल 15 जून शनिवार से आषाढ़ कृष्ण पंचमी 22 जून दिन शनिवार को मध्यरात्रि 12: 41 बजे तक सूर्य मिथुन में रहेंगे ।

राशियों पर सूर्य के गोचर का प्रभाव

मेष– इस राशि वालों के लिए यह युति बेहद सफलतादायक रहेगी। इस राशि के जातक आने वाले सप्ताह में कोई बड़ा निर्णय, बड़ा व्यापार या बड़े अनुबंध के लिए प्रयास कर सकते हैं। विदेश यात्रा और देशाटन पर अधिक खर्च होगा।

 

 

वृष– इस राशि के जातकों के लिए राशि स्वामी शुक्र के द्वारा मालव्य योग तो बना हुआ है फिर भी यह युति कई तरह के अप्रत्याशित शुभ परिणाम दिलाएगी। इस राशि के जातकों को अपनी उर्जा शक्ति का पूर्ण उपयोग करते हुए तन्मयता के साथ अपने कार्य में लग जाना चाहिए I।क्योंकि सुखद परिणाम आपकी प्रसन्नता में वृद्धि करेंगे।

 

मिथुन– मिथुन राशि के जातकों के लिए यह योग मिलाजुला और अप्रत्याशित परिणाम वाला सिद्ध होगा। काफी दिनों से चली आ रही आर्थिक तंगी दूर तो होगी ही व्यापार में भी विस्तार होगा, किंतु मानसिक तनाव बना रहेगा। यदि आप शिक्षा प्रतियोगिता शामिल होना चाहें तो बेहतरीन अवसर है।

 

कर्क – इस राशि वालों के लिए शुरुआत थोड़ी तनावपूर्ण हो सकती है। जून के तीसरे सप्ताह से मंगल और बुध इस राशि में प्रवेश करेंगे तो परिस्थितियां बेहतर और लाभदायक बनेंगी। व्यापारिक वर्ग एवं महिलाओं के लिए यह अवधि अधिक चुनौतीपूर्ण रहेगी।

 

सिंह – इस राशि के जातकों के लिए यह संयोग आय की दृष्टि से बेहतरीन रहेगा, किंतु शिक्षा और संतान की दृष्टि से कुछ तनाव हो सकता है। इसलिए आपके धैर्य और साहस की परीक्षा होने वाली है। परिवार के बड़े लोगों अथवा भाईयों से संबंधों में प्रगाढ़ता लाएं।

 

कन्या – कन्या राशि वालों के लिए इस युति का प्रभाव चतुर्थ और दशम भाव में रहेगा। जिसके फलस्वरूप कार्य व्यापार में उतार-चढ़ाव आ सकता है लेकिन सामाजिक पद प्रतिष्ठा की बहुत अधिक वृद्धि होगी। राजनीतिज्ञों एवं समाज के संभ्रांत व्यक्तियों से मधुर संबंध भी बनेंगे और लाभ भी होगा।

 

तुला – तुला राशि के जातकों के लिए यह युति तृतीय एवं नवम् भाव में बन रही है। जिसके चलते साहस और पराक्रम की वृद्धि होगी। विदेश यात्रा और तीर्थ यात्रा का सुख प्राप्त होगा। आपके द्वारा लिए गए निर्णय और कार्यों की सराहना होगी। विद्यार्थी वर्ग अथवा नई सर्विस के लिए अनुबंध करने वाले लोगों के लिए समय अति अनुकूल है।

वृश्चिक– इस राशि के जातकों के लिए समय बेहतर आ रहा है, इसलिए विगत कई दिनों से चली आ रही, स्वास्थ्य एवं मानसिक परेशानियों में कमी आएगी। फिर भी कार्य क्षेत्र, नौकरीपेशा में लगे लोगों को षडयंत्र का शिकार होने से बचना चाहिए। इस अवधि के मध्य यदि कोई नया अनुबंध या व्यापार करना चाहें तो परिणाम सुखद रहेगा।

 

धनु– धनु राशि के जातकों को दांपत्य जीवन में कटुता, व्यापार में नुकसान की आशंका है । किसी भी लेन-देन सावधानी बरतें। विवाह की दृष्टि से समय अपेक्षाकृत बेहतर है।

 

 

मकर– मकर राशि के जातकों के लिए यह युति अधिकाधिक मिलाजुला फल देने वाली रहेगी। कोर्ट-कचहरी के मामलों में विजय हासिल होगी और शत्रु परास्त होंगे, किंतु व्यर्थ की यात्राएं और आर्थिक तंगी चिंता का कारण बनी रहेगी।

 

कुंभ– इस राशि के जातकों के लिए इस युति का प्रभाव पंचम और एकादश भाव पर रहेगा, अत: शिक्षा प्रतियोगिता में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के लिए समय चुनौतीपूर्ण रहेगा। शिक्षा और संतान संबंधी चिंता परेशान करेगी ।

 

मीन– मीन राशि के जातकों के लिए यह अवधि कुछ संतोषजनक समाचार लेकर आ रही है। विशेषकर आपके मित्र और परिवार के बड़े बुजुर्गों की मानसिक पीड़ा कम होगी, अत: आप कार्य व्यापार पर ध्यान लगाएं। इस अवधि के मध्य संतान प्राप्ति या प्रादुर्भाव का योग है और मकान वाहन के क्रय का संयोग भी बना है।

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