
अद्भुत – कबाड़ से बनाया गया ये सात अजूबा !
अब आपको दुनियां के सात अजूबे देखने के लिए अलग-अलग देशों की सैर करने की जरूरत नहीं है। अब सराय काले खां के नजदीक दुनिया के 7 अजूबे वाले पार्क में ही आप ये सारे अजूबे देख सकते हैं। दुनिया के सात अजूबों को देखने के लिए दिल्ली में रहने वालों को अब दूर जाने की जरूरत नहीं होगी। सराय काले खां के पास राजीव गांधी स्मृति वन में मेटल स्क्रैप से 7 वंडर पार्क को विकसित किया गया है, जहां सातों अजूबों के प्रतिरूप दर्शकों के लिए उद्घाटन हो गया।
वंडर्स ऑफ द वर्ल्ड नाम के इस पार्क को कुल 10 एकड़ में विकसित किया गया है। इसमें से सेवन वंडर के प्रतिरूपों को 5 एकड़ एरिया में लगाया गया है। सातों अजूबों को तैयार करने में 110 टन मेटल स्क्रैप लगा है, जिसे एमसीडी के अलग-अलग स्टोर से लिया गया।
दुनियाँ के सातों अजूबे
एफिल टावर :
300 मीटर ऊंचा यह टावर1889 में शैम्प दे मार्स में सीन नदी के किनारे पेरिस में हुआ था ।
— इस पार्क में इसे एंगल , डीजल टैंक , पहिये के नट , सायकल रिम , पार्क के गेट रॉड , पार्क के रेलिंग
से बनाया गया है ।
ताजमहल :
1648 में शाहजहाँ ने मुमताज की याद में आगरा में बनबाया था ।
— इस पार्क में पाइप , एंगल , नट , बोल्ट , सायकल रिंग , बिजली का खम्बा , मेटल शीट , स्प्रिंग , पार्क की बेंच , कढ़ाई से बनाया गया है ।
लीनिंग टावर ऑफ पीसा :
183.3 फ़ीट ऊंची ये मीनार इटली में काले संगमरमर से बनाई गई थी । बनने के समय से ही यह जमीन की तरफ झुकती जा रही है ।
— इसको मेटल शीट , ऑटो पार्ट , केबल रोल , सायकल रिंग से बनाया गया है ।
स्टेचू ऑफ लिबर्टी :
तांबे से बनी ये मूर्ती 22 मंजिला है ।
151 फ़ीट ऊंची इस के ऊपर जाने को 354 सीढियां हैं । यह न्यूयार्क में है ।
— यहाँ इसे चेन , गाड़ी रिम की प्लेट , ऑटो गेयर , कमानी , एंगल से बनाया गया है ।
क्राइस्ट द रिड्रीमर :
9.5 मीटर , 39.6 मीटर लम्बी , 30 मीटर चौड़ी ब्राजील में बनी यह मूर्ति दुनियाँ में सबसे बड़ा आर्ट डेको स्टेचू है ।
— यहाँ इसे ट्रक मेटल , गार्डन बेंच , बाइक चेन , ऑटो पार्ट्स , स्प्रिंग , कमानी से बनाया गया है ।
गीजा का पिरामिड :
मिस्र में बना
450 फ़ीट ऊंचा
25 लाख चूना पत्थर के टुकड़ों से निर्मित हर एक टुकड़े का वजन 2 से 30 टन है ।
13 एकड़ में फैला है इस पिरामिड का बेस ।
— इस पार्क में इसे बिजली के खम्बे और एंगल से बनाया गया है ।
कोलिसियम :
इसे रोम के दो राजाओं ने मिलकर बनबाया था ।
— इस पार्क में इसे झूलों का स्लाइडर , ऑटो पार्ट , कार रिम , झूले की पाइप , बिजली खम्बे , सायकल रिम , ट्रक मेटल शीट से बनाया गया है ।
यहाँ पहुँचना बहुत आसान है । यह निजामुद्दीन मेट्रो स्टेशन के पास फ्लाई ओवर के बगल में है । बस स्टैंड भी है सराय काले खां ।
प्रवेश शुल्क :
बड़ों के लिए 50 रुपये
बच्चों के लिए 25 रुपये
स्कूली बच्चों के लिए निःशुल्क
” आई कार्ड जरूरी ”
समय : सुवह 11 बजे से रात्रि 11 बजे तक
आज से आम जनता के लिए खुला है
तो निकल पड़िये देखने को संसार का यह
आठवां अजूबा