रिपोर्ट:-सुबोध कुमार
रक्सौल वासियों को केवल आश्वासन पर आश्वासन दे रही है नगर परिषद। रक्सौल वासियों के लिए सबसे बड़ा सरदर्द बना हुआ है यह आवारा पशु। अब तो हाल यह हो गया है कि रोड पर पैदल चलना मुश्किल हो गया है। यह रक्सौल के मेन रोड, सब्जी बाजार, मछली बाजार, पोस्ट ऑफिस रोड में जोरों से अपना आतंक फैला रहे हैं। यहा तक की दो पहिया वाहन चालक इस आवारा पशु के शिकार बन रहे हैं। बीते दिनों पूर्व वार्ड पति सुरेश चौहान को सांड ने मारकर हाथ तोड़ दिया था। उस दौरान नगर परिषद के उप चेयरमैन काशीनाथ प्रसाद ने बताया कि इस आवारा पशु पर कार्रवाई जल्द की जाएगी दो-तीन दिन में रक्सौल वासियों को इस आवारा पशुओं से निजात मिल जाएगा। यह बात बोले हुए लगभग काफी दिन बीत चुके हैं फिर भी जो समस्या उस समय था वही समस्या अभी भी बरकरार है। आखिर क्यों नहीं नगर परिषद आवारा पशुओं को दूर करने के लिए अभियान नही चला रही है। क्या नगर परिषद को रक्सौल वासियों की जान की कोई परवाह नहीं है।