संजय ललटन की रिपोर्ट।
पटना: अपने सुमधुर एवं कर्णप्रिय गानों के बल पर यू-ट्यूब पर तहलका मचाने वाली भोजपुरी फिल्म ‘अर्जुन’ 3 नवम्बर को बिहार और झारखंड में एक साथ प्रदर्शित की जाएगी। बड़े पैमाने पर रिलीज होने वाली इस फिल्म के बारे में बात करते हुए फिल्म के निर्माता सुभाष पाठाकोटा ने बताया कि यह फिल्म सबसे पहले बिहार और झारखंड में रिलीज की जाएगी, फिर 17 नवम्बर को देश के बाकी हिस्सों में प्रदर्शित होगी। फिल्म में नवोदित अभिनेता मयूर कुमार एवं नवोदित अभिनेत्री श्रेया मिश्रा ने लीड भूमिकाएं की है। इसके अलावे शिवांगी और आलोक श्रीगुप्ता की भी यह पहली फिल्म है। आलोक श्रीगुप्ता का संबंध बिहार से है और उन्होंने भी इस फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। इसके आलावा अनुप अरोड़ा, नीलम वशिष्ठ, राजेश पटेल, तुषार चौहान,फयाज काजी, निखिल, मनोज मिश्रा आदि की भी अहम भूमिकाएं हैं। बिहार के प्रसिद्ध कॉमेडियन धामा वर्मा ने भी इस फिल्म में धारदार अभिनय किया है।
बिहार और झारखंड में इस फिल्म को सरगम फिल्म रिलीज करने जा रही है। सरगम फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटर संजय कुमार ने बताया कि वे 10 वर्षों से फिल्म डिस्ट्रीब्यूसन का काम कर रहे हैं। मगर पिछले 5-7 वर्षों से भोजपुरी में एक भी फिल्म ऐसी नहीं आयी जो ‘अर्जुन’ का मुकाबला कर सके। उन्होंने बताया कि जहां-जहां इस फिल्म के ट्रेलर चल रहे हैं वहां के लोग इस फिल्म के प्रदर्शन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। फिल्म का निर्देशन आमिर-सुवीर की जोड़ी ने किया है जबकि इस फिल्म को संगीत से सजाया है अनिल यादव और अनिल अंजाना की जोड़ी ने। फिल्म में एक्शन जावेद शेख है वहीं नृत्य निर्देशन दिलीप मिस्त्री और संतोष सर्वदर्शी ने किये हैं।
एस.पी. सिने एंटरटेंमेंट के बैनर तले बनी ‘अर्जुन’ एक्शन प्रधान पारिवारिक फिल्म है जो हर वर्ग के दर्शकों की अपेक्षाओं पर खड़ा उतरने की क्षमता रखती है। फिल्म में तात्कालिक समस्याओं को भी उठाया गया है। फिल्म का मजबूत पक्ष इसके दमदार संवाद और कर्णप्रिय संगीत है। संजय कुमार ने बताया कि पिछले कुछ समय से भोजपुरी फिल्में एकदम टाइप्ड हो गई है। तकरीबन सभी फिल्में एक जैसी ही बन रही है। इसलिए दर्शक अधिकतर भोजपुरी फिल्मों को नकार रहे हैं। सबसे अहम बात यह है कि भोजपुरी फिल्मों में ग्लैमर के नाम पर अश्लीलता परोसी जा रही है। द्विअर्थी संवादों के साथ अश्लील गानों के चलते महिला दर्शकों ने भोजपुरी फिल्मों से लगभग किनारा कर लिया है। मगर फिल्म‘अर्जुन’ के जरिये एक बार फिर महिलाएं भोजपुरी फिल्म से जुड़ेंगी। इस फिल्म की सबसे बड़ी खासियत इसका साफ सुथड़ा होना है, और यही कारण है कि बहुत लंबे अंतराल के बाद किसी भोजपुरी फिल्म को सेंसर बोर्ड से यू/ए सर्टीफिकेट मिला है।
बहरहाल जो भी हो, नयी सोंच और नयी तकनीक से सरोबार ‘अर्जुन’ अपना जलवा बिखेड़ने के लिए 3 नवम्बर को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।