अनूप नारायण सिंह
पटना .6 जुलाई 2017. कौशल विकास योजना के तहत कौशल प्रशिक्षण के लिए पटना के डाक्टर प्रभात रंजन डायनोसटिक एंड रिसर्च सेंटर को मिला मान्यता प्रदान की गयी है | देश में हुनरमंद हाथो को प्रशिक्षण प्रदान कर बेरोजगारी दूर करने के केंद्र सरकार की इस योजना का लाभ अब राजधानी पटना ही नही बिहार के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रो के युवा युवती भी उठा पाएंगे |23 मार्च 2017 तक के आकड़ो के अनुसार युवाओं को कौशल ट्रेनिंग प्रदान करने के लिए देश भर में कुल 2150 प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना ट्रेनिंग केंद्र संचालित हैं। इन ट्रेनिंग केन्द्रों को प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना के विभिन्न अधिकृत ट्रेनिंग भागीदारों द्वारा संचालित किया जाता है | इसी कड़ी में पटना के कंकड़बाग स्थित डॉ प्रभात रंजन डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर में आज भारत सरकार के कौशल विकास मंत्रालय द्वारा मान्यता प्राप्त स्किल सेंटर की शुरुआत की गई है । जिसमे मेडिकल लैब टेक्निसियन , हिस्टोटेक्नीशियन कोर्स सहित तीन प्रकार के कोर्स का प्रशिक्षण दिया जायेगा । संसथान के डायरेक्टर डॉ प्रभात रंजन ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है की मेडिकल लैब टेक्निसियन की डिग्री जो दो सालो की होती है ,
उसे हमारे संस्था के द्वारा एक साल में दी जाएगी , जिससे छात्रों को एक साल की बचत के साथ साथ सरकार का उदेश्य भी पूरा होगा। वही एक ऐसा कोर्स का शुरुआत किया जा रहा है जो आज से पहले बिहार में कही नहीं था। वह है हिस्टोटेक्नीशियन कोर्स , जिसमे कैंसर जैसे जानलेवा बीमारी का आधुनिक जाँच कैसे होता है उसका प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह कोर्स बिहार में पहली बार शुरू की गई है और इस क्षेत्र में प्रशिक्षित टेक्नीशियन की भरी कमी को धयान में रखते हुए इस कोर्स की शुरुआत की गई है। साथ ही डॉ प्रभात रंजन ने कहा की सभी प्रशिक्षण अत्याधुनिक मशीनों के साथ साथ प्रशिक्षित ट्रेनरों के द्वारा कराई जाएगी , ताकि इस कोर्स करने के बाद छात्र 15 से 20 हजार रूपये महीने की कमाई कर सके। विदित हो की डॉ प्रभात रंजन डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेण्टर द्वारा ग्रामीण स्तर पर पहले से ही डी टी वी सी की सेवा चलायी जा रही है जिसमे ग्रामीण युवा युवतियो को प्रशिक्षण प्रदान कर उनके हुनर को विकशित करने के साथ ही साथ उनको रोजगार भी उपलब्ध होता है |