नई दिल्ली. पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडिया से रू-ब-रू हुए. पीेएम मोदी ने कहा कि उनका निधन पूरे राष्ट्र के लिए दुखद है. उनके जाने से मुझे ऐसा लगा कि मेरे सिर से पिता का हाथ उठ गया हो. अटल जी ने मुझे काम करने की शक्ति और सहारा दिया. जब वह भी मुझसे मिलते थे पिता की तरह मिलते थे. मेरे लिए उनका जाना ऐसा ही है जो कभी भर नहीं पाएगा. जनसंघ से लेकर भाजपा तक उन्होंने इन संगठनों को मजबूती से खड़ा किया. अटल बिहारी वाजपेयी जी के कठिन परिश्रम का ही परिणाम ही की हमारी यात्रा यहां तक पहुंची.
अटल जी बेशक विलीन हो गए हैं लेकिन उनके विचार व कर्म हमें ऊर्जा व प्रेरणा देता रहेगा. हम देशवासियों का मार्गदर्शन करने के लिए अटल जी का अहम योगदान है. इस दुख की घड़ी में मैं अटल जी के चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. बता दें इससे पहले भी नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा था कि हमें कहकर गए हैं- मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं, जिन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं, मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, लौटकर आऊंगा, कूच से क्यों डरूं.
पीएम मोदी ने तीन चार ट्वीट किए जिसमें उन्होंने अटल जी को याद करते हुए उनकी लिखी हुई कविताएं शेयर की. बता दें 94 साल की उम्र में अटल बिहारी जी का निधन दिल्ली के अस्पताल में हुआ. जहां वह 11 जून से भर्ती थे. उन्हें किडनी और सीने में इन्फेक्शन की बीमारी से थी जिसका एम्स में इलाज चल रहा था. पिछले 36 घंटों में उनकी तबीयत काफी ज्यादा बिगड़ गई थी.