संगीत के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए स्व० हरी नारायण कपूर को उनके मरणोपरांत “राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन सम्मान” से नवाजा गया।
रविवार को बिहार प्रदेश खत्री सभा की ओर से घसीटा राम सभागार पटना सिटी में बिहार सरकार के मंत्री नंद किशोर यादव के हाँथो सम्मान दिया गया। यह सम्मान स्व० कपूर की पुत्रवधु और उनके दो पोते मानस कपूर और मीत कपूर को दिया गया।
उक्त सम्मान मिलने के बाद स्व० कपूर के पोते मानस कपूर ने कहा कि यह हमारे परिवार के लिए बहुत हीं गौरव का क्षण है। मै अपने पुरे परिवार की ओर से बिहार प्रदेश खत्री सभा का बहुत बहुत आभार व्यक्त करता हूँ।
बताते चलें कि स्व० हरी नारायण कपूर का जन्म 1901 ई० में उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर में हुआ। इन्हें बुलाकी बाबू के नाम से जानने लगे। श्री कपूर अपनी युवावस्था में पटना आ गए और अपने कला से अपनी एक पहचान बनाई। संगीत के क्षेत्र में बुलाकी बाबू ने अमिट छाप छोड़ने के साथ ही साथ 1955 में कथक नृत्य में भी महारथ हासिल किया।
आज पटना ही नहीं अपितु देश के कई भाग में इनके छात्र मौजूद है। बुलाकी बाबू का निधन 1995 में 95 वर्ष की उम्र में हो गया। श्री हरी नारायण कपूर उर्फ बुलाकी बाबू अपने जीवन काल में कई सम्मानों से सम्मानित हुए और संगीत और कथक के संस्थान भी खोले। स्व० पटना साहिब की शान और एक समाज सेवी भी रहे।
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