स्वास्थ्य के मुद्दे और समस्या की ओर आम जनता की जागरुकता बढ़ाने के लिये विभिन्न संगठनों और सरकार के द्वारा हेल्थ डे मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य दिवस वर्ष 1995 के खास विषयों में से एक था वैश्विक पोलियो उन्मूलन। तब से, इस घातक बीमारी से ज्यादातर देश मुक्त हो चुके हैं जबकि दुनिया के दूसरे देशों में इसकी जागरुकता का स्तर बढ़ा है। इसी क्रम में भारत सरकार की सीएससी की तरफ से 7 जून गुरुवार को हेल्थ डे का आयोजन किया गया |
सी.एस.सी. के सी.ई.ओ. डा.दिनेश त्यागी के दिशानिर्देश पर पुरे देश मे हेल्थ डे मनाया गया | बिहार मे हेल्थ डे का आयोजन सीएससी के राज्य प्रमुख संतोष तिवारी और राज्य परियोजना प्रबंधक एवं हेल्थ सेवा प्रभारी मुदित मणि ने किया।
बिहार में हेल्थ डे के आयोजन के सम्बन्ध में राज्य परियोजना प्रबंधक मुदित मणि ने बताया की यह कार्यक्रम बिहार के विभिन्न जिलों में आयोजित की गयी | जिसमे राज्य में एक हज़ार से अधिक लोगो ने हेल्थ से सम्बंधित परामर्श लिया और हेल्थ होमियो एवं टेलीमेडिसीन के द्वारा इलाज भी करवाया | उन्होंने बताया कि सी.एस. सी.की हेल्थ की सेवा और दवाई देश को बदलने का काम कर रही है और विश्वस्तरीय हैं। हेल्थ डे के आयोजन के लिए बिहार सी.एस. सी. ने केन्द्रीय नेतृत्व आर्ची शर्मा और सलीम जी को धन्यवाद दिया।
हालाकि लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए हर साल 7 अप्रैल को यह दिवस मनाया जाता है। जो पिछले 70 साल से मनाया जाता रहा है। पर समय समय पर विभिन्न संगठनों द्वारा स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने के लिए सेमिनार और कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है | वैसे भी कहा जाता है कि एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ दिमाग रहता है। अत: शरीर को स्वस्थ रखना आपकी मेंटल हेल्थ के लिए भी बेहद जरूरी है। स्वस्थ रहने के लिए सिर्फ योग, एक्सरसाइज और खेल-कूद ही नहीं, खान-पान भी सही रखना जरूरी है। केंद्र सरकार स्वास्थ के प्रति जागरूकता पैदा करने और मेडिकल क्षेत्र में नयी तकनीकों का प्रयोग कर करने हेतु प्रयासरत है |
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