
अनारकली ऑफ आरा फेम निर्देशक अविनाश पटना में
पटना .19 जून .टेक्नो हेराल्ड के सभागार में बिहार के युवा फिल्म निर्देशक अविनाश दास का प्रेस से मिलिये कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस मौके पर उनकी हिंदी फिल्म अनारकली ऑफ आरा का भी प्रदर्शन किया गया .अपनी बातचीत में श्री दास ने भोजपुरी फिल्मो कि चर्चा करते हुए स्पष्ट तौर पर कहा कि यह दौर भोजपुरी फिल्मो के लिए कही से भी निराशाजनक नही है ,बल्कि सच तो यह है कि हिंदी कि वे फिल्मे अच्छी बनी है जिनमे भोजपुरी कि छाप है . अपने फिल्म कि कथा वस्तु कि चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद भोजपुर कि मिट्टी से अपनी फिल्म का कथानंक विकसित किया .अपनी फिल्म को महिला प्रधान होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी यह सोच कर कहानी नहीं लिखी कि फिल्म स्त्री सशक्तिकरण या महिला पर केन्द्रित हो ,यह एक सामान्य कहानी थी जिसके साथ मैंने पूरा न्याय किया .साढ़े तीन करोड़ कि लागत से बनी फिल्म ने सात करोड़ का व्यवसाय किया .देश भर के फिल्म समीक्षकों ने उनकी फिल्म को हाई रेटिंग दिया .विश्व स्तर कि फिल्म में देशी सनेमा का पुट डाला नाटक नौटंकी कि शैली में मनोरंजन के साथ विषय वस्तु का भी पुरी फिल्म में ख्याल रखा गया .समाज को खुली आँखों से देखने वाले अविनाश दास ने कहा कि स्टार और स्टोरी में स्टोरी उनके नजरिये से ज्यादा अहम् है .फिल्म के विशेष शो में पूर्व राज्य सभा सांसद श्री शिवानंद तिवारी वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत साहित्यकार अलोक धन्वा ,रवि भूषण ,प्रभात सरसिज ,प्रमोद कुमार सिंह ,संजय कुंदन ,धनञ्जय कुमार सिन्हा ,अनूप नारायण सिंह ,अरुण नारायण ,मुसाफिर बैठा ,राकेश प्रियदर्शी अनिश अंकुर भी उपस्थित थे .
