पटना: बिहार में एनडीए की नई सरकार ने विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया है। नीतीश कुमार ने एक बार फिर दोहराया है कि जो किया बिहार के लिए किया।अब राज्य और केंद्र में एक ही सरकार होगी। पैसा बनाने के लिए राजनीति नहीं की। मुझे धर्मनिरपेक्षता का पाठ न पढ़ाएं। मुझे मजबूर किया तो आइना दिखाएंगे। ये लोग अहंकार और भ्रम में जीने वाले लोग हैं।
इससे पहले बुधवार देर रात को नीतीश कुमार ने बीजेपी नेताओं के साथ राज्यपाल को 132 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा था, जिसमें जेडीयू के 71, बीजेपी के 53, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के 2, एलजेपी के 2, जीतनराम मांझी की पार्टी ‘हम’ के 1 और 3 निर्दलीय विधायक शामिल थे।
विश्वासमत से पूर्व जैसे ही नीतीश ने विश्वासमत प्रस्ताव पेश किया विधानसभा में हंगामा शुरू हो गया। वहीं विधानसभा के बाहर RJD और कांग्रेस का प्रदर्शन जारी है। वे नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं।