
पटना, 22 मई । बिहार विधान सभा में लोक लेखा समिति के सभापति और वरिष्ठ भाजपा नेता श्री नंदकिषोर यादव ने कहा है कि विकास कार्यों के प्रति राज्य सरकार की इच्छाषक्ति मृतप्रायः हो गयी है । यही कारण है कि खजाने में अपार धन राषि रहते हुए सूबे के शहरी क्षेत्रों में सरकार जनसुविधाओं को उपलब्ध कराने में विफल रही और अब योजना को ही बंद कर दिया है।
श्री यादव ने आज यहां कहा कि प्रदेष के शहरी इलाके में पथ , नाली निर्माण और चापाकल लगाने के मद में 146 करोड़ रूपये जस के तस धरे रह गये और योजना समेट दी गयी । इसका कार्यान्वयन मुख्यमंत्री नगर विकास योजना के तहत होना था । शहरी विकास अभिकरणों (डुडा) के पास बची राषि अब नगर निकायों के हवाले होगी जहां पहले से ही भ्रष्टाचार का घुन लगा है । नीतीष कुमार के अहंकार के कारण मुख्यमंत्री नामित अन्य योजनाओं का भी यही हश्र हुआ चाहे वह मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना हो या मुख्यमंत्री चापाकल योजना । सेनेटरी नैपकिन योजना हो या मुख्यमंत्री कोसी परियोजना । मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना हो या मुख्यमंत्री भिक्षावृत्ति निवारण योजना, सबों को बक्से में बंद कर नीतीष कुमार ने सात निष्चय का ढींढोरा पीटा जो बुरी तरह फ्लाप है । एक-एक कर बंद हुई मुख्यमंत्री नामित योजनाओं का पहले काफी ढींढोरा पीटा गया था ।
