रिपोर्ट – आरिफ हुसैन जामताड़ा
घटवाल व घटवार आदिवासी समाज द्वारा अपने अधिकार को लेकर किए जा रहे आंदोलन के मद्देनजर अब समाज के लोग इस बार 19 मई को लोकसभा चुनाव में नोटा दबाने का फैसला लिया है। जिसको लेकर बुधवार को जिला अध्यक्ष दुबराज राय एवं मीडिया प्रभारी महावीराय की अगुवाई में समाज के लोगों ने गांधी मैदान से सैकड़ों की संख्या में मोटरसाइकिल रैली निकालकर जामताड़ा, नाला एवं सारठ विधानसभा क्षेत्र के घटवार समाज के लोगों द्वारा विभिन्न गांव का भ्रमण कर समाज के लोगों को नोटा में बटन दबाने का अपील किया गया।
इस अवसर पर मीडिया प्रभारी महावीर ने कहा कि कुछ दिन पूर्व तीनों विधानसभा के समाज के वरीय कार्यकर्ता के साथ बैठक में निर्णय लिया गया था कि जब तक ना घटवार समाज को आदिवासी सूची में शामिल किया जाएगा। तब तक समाज के लोग ऑन करते रहेंगे इसी के तहत समाज के लोगों ने भाजपा तथा हम किसी पार्टी को वोट नहीं देने का निर्णय लिया है।
तीनों विधानसभा में करीब 90000 घटवार वोटर है, लेकिन इस बार एक भी समाज के लोग वोट नहीं करेंगे और नोटा बटन दबाएंगे। जिला अध्यक्ष दुबराज राय ने कहा कि लगातार 40 वर्षो से संघर्ष करने के बावजूद सरकार ने उपेक्षा की है साजिश के तहत आदिवासी जाति से हटाने का भी आरोप लगाया है उन्होंने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आदिवासी घटवार महासभा के साथ धोखा किया है। तीनों विधानसभा में हम बुधवार जाति की आबादी करीब 90 हजार की है।
इस चुनाव में भाजपा को धूल चटाने का काम किया जाएगा उन्होंने कहा कि दुमका लोकसभा से हमारे समाज के जीतलाल राय में नामांकन पर्चा दाखिल किया था जो रघुवर सरकार के दबाव में आकर प्रशासन ने जाति प्रमाण पत्र को अवैध मानते हुए नामांकन पर्चा खारिज कर दिया इससे समाज के लोगों ने काफी नाराजगी है उन्होंने कहा कि चुनाव में खड़े सभी राजनीतिक दल के लोगों ने हमेशा समाज का सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है इसलिए समाज के लोग सभी प्रत्याशी का विरोध कर नोटा का बटन दबाएंगें। अब समाज के लोग जा चुके हैं एकजुट होकर समाज के सभी सदस्य मतदान करेंगे लेकिन किसी भी प्रत्याशी को वोट नहीं देंगे इसके लिए बाइक रैली निकालकर गांव गांव का गठन किया जा रहा है और लोगों को नोटा में बटन दबाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। मौके पर मानिक राय जुगनू राय जोगेश्वर सिंह राजीव राय चांदमोहन राय आगनु राय साधु राय प्रेम राय हरि राय सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।