महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव को लेकर सीटों के बंटवारे को लेकर आज सुबह कांग्रेस-एनसीपी की बैठक बेनतीजा रही। कांग्रेस नेता नारायण राणे ने बताया कि कोई समाधान नहीं निकल पाने की वजह से दोनों पक्षों ने रात साढे आठ बजे फिर से मिलने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस-एनसीपी की नजरे बीजेपी और शिवसेना के समझौते पर टिकी हैं।
एनसीपी बराबर बराबर सीटें बांटने की मांग कर रही है, जिसे कांग्रेस ने ठुकरा दिया है। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी एनसीपी को 129 सीटें तक देने के पक्ष में हैं। सीटों के बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध को दूर करने के लिए सुबह हुई बैठक में एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल पटेल, राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुनील तत्कारे सहित अन्य नेता शामिल हुए। बैठक में मौजूद कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष मानिक राव ठाकरे ने भी बताया कि बातचीत का कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया।
2009 के विधानसभा चुनाव में एनसीपी ने 114 सीटों पर और कांग्रेस ने 174 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। अब एनसीपी 288 में से आधी सीटों पर प्रत्याशी खड़े करना चाहती है और उसका तर्क है कि राज्य में उसके पास कांग्रेस की तुलना में ज्यादा लोकसभा सीटें हैं। लोकसभा चुनावों में राज्य में सत्तारुढ़ गठबंधन का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है। एनसीपी को 4 लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी, जबकि कांग्रेस केवल 2 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई।