पटना 21जुन 2017 -दिल में अगर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो शारीरिक अपंगता तथा आर्थिक अभाव भी आड़े नही आता इस कहावत को वास्तविकता की धरातल पर सही सिद्ध करते हुई आज विश्व योग दिवस के अवसर पर पटना के दिव्यांग एथलीट अनुराग चंद्रा और संतोष कुमार पुन: एक नए विश्व कीर्तिमान स्थापित करने हेतु साहसिक यात्रा की शुरुआत आज की | ये दोनों एडवेंचर जर्नी पर दानापुर कैंट पटना से सियाचिन ग्लेशियर के लिए रवाना हुए चर्चित आई पी एस अधिकारी अरविन्द पाण्डेय अदम्या अदिति गुरुकुल के संस्थापक गुरु डॉ एम रहमान मेंटर मुन्ना जी हरी झंडी दिखा कर इस यात्रा को रवाना किया | अनुराग ने बताया कि आठ राज्यों से होते हुए सियाचिन पहुंचा जाएगा इस बीच रास्ते में कई समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है | इसे लेकर राज्य सरकार, खेल पदाधीकरण सह मंत्रालय, दिल्ली, प्रधानमंत्री के साथ ही साथ राष्ट्पती को पत्र लिखकर मदद की मांग की थी पर कोई आर्थिक मदद नही मिला | अनुराग एवं संतोष ने अपने यात्रा के संदर्भ में बताया कि हम दोनों का हौसला गुरु डॉ एम रहमान और मुन्ना जी बढ़ा रहे हैं | इन दोनों ने पहले भी हम दोनों की हौसला बढ़ाई है | इन दोनों ने एडवेंचर जर्नी पर जाने वाले लोगों को आर्थिक मदद भी दी | डॉ रहमान ने बताया की इस यात्रा का खर्च गुरुकुल वहन कर रहा है. दोनों खिलाड़ियो को गुरुकुल ने गोद लिया है | बिहार का नाम रौशन करने वाले दिव्यांग खिलाड़ियों को अपेक्षित सहयोग के लिए राज्यवासियों से भी अपील की गयी है | मुख्य अतिथि अरविन्द पाण्डेय ने कहा की गीनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इस साहसिक यात्रा को शामिल करवाने के लिए हर संभव परयाश होगा पहले भी बनाया है विश्व कीर्तिमान – दिव्यांगता को चुनौती देने वाले अनुराग ने वर्ष 2015 में भी अपने साथी संतोष मिश्रा के साथ दिल्ली से लेह तक 1267 किलामीटर की यात्रा कर विश्वकीर्तिमान बनाया था | यह कीर्तिमान अनुराग ने ट्राईसाइकिल से और संतोष ने साइकिल चलाकर बनाई थी | जबकि इस बार यह यात्रा स्कूटी से पूरी करेंगे. प्रेस वार्ता में दोनों खिलाडियो द्वारा राज्य सरकार द्वारा असहयोग का मुद्दा भी उठाया गया | करिक्रम में मुन्ना जी ,अनूप नारायण सिंह ,केशरी जि ,शशी कुमार सिंह एम के झा भी मौजूद थे |
ऍड्वेंचर जर्नी दानापुर कैंट पटना से सियाचिन ग्लेशियर तक 3000 किलोमीटर की साहसिक यात्रा की शुरुआत
